Lucknow News: लाइफलाइन मानी जाने वाली गोमती नदी में प्लास्टिक वेस्ट का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। जिसकी वजह से हालात बेहद चिंताजनक है। यह सच्चाई एक संस्था की ओर से चलाए गए गोमती सफाई अभियान में सामने आई है।


लखनऊ (ब्यूरो)। लाइफलाइन मानी जाने वाली गोमती नदी में प्लास्टिक वेस्ट का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। जिसकी वजह से हालात बेहद चिंताजनक है। यह सच्चाई एक संस्था की ओर से चलाए गए गोमती सफाई अभियान में सामने आई है। खराब हालातों को देखते हुए संस्था की ओर से सीएम को पत्र भी भेजा गया है और गोमा में गिर रहे नालों को जल्द से जल्द बंद करने की मांग की गई है।50 फीसदी प्लास्टिक वेस्ट


स्वच्छ पर्यावरण आंदोलन सेना की ओर से हर रविवार को गोमा में सफाई अभियान चलाया जाता है। अभी तक जहां जो वेस्ट निकाला जाता था, उसमें प्लास्टिक वेस्ट का आंकड़ा 25 से 30 फीसदी रहता था लेकिन अब स्थिति यह है कि जो अभियान के दौरान जो वेस्ट निकाला जा रहा है, उसमें प्लास्टिक वेस्ट का ग्राफ 50 फीसदी तक पहुंच गया है। जिससे साफ है कि गोमा में जमकर प्लास्टिक वेस्ट फेंका जा रहा है। अब सवाल यह है कि ये प्लास्टिक वेस्ट कौन फेंक रहा है, जिस पर एक्शन लिया जाना जरूरी है।लाखों पॉलीथिन के पैकेट्स निकले

संडे को चले अभियान के दौरान करीब 20 कुंतल वेस्ट निकाला गया। करीब तीन घंटे तक चले अभियान के दौरान गोमा में से लाखों पालीथीन पैकेट्स, डायपर, सैकड़ों की संख्या में मूर्तियां, कई कुंतल जलकुंभी तथा जानवरों के मांस के टुकड़े भी निकाले गए। संस्था से जुड़े सदस्यों का कहना है कि पहले गोमा में इतना प्लास्टिक वेस्ट नहीं निकलता था लेकिन अब बहुत अधिक मात्रा में प्लास्टिक वेस्ट निकल रहा है, जिससे गोमा का जल दूषित हो रहा है। यह प्लास्टिक वेस्ट नालों से बहकर आ रहा है साथ ही लोगों की ओर से भी गोमा में प्लास्टिक वेस्ट फेंका जा रहा है। जिसकी वजह से हालात बेहद खतरनाक हो चुके हैैं।योजनाओं का असर नहीं

गोमा में नाले न मिले साथ ही प्लास्टिक वेस्ट न जाए, इसके लिए कार्ययोजना भी बनाई गई थी। पहले तो पब्लिक को जागरूक किया जाना था साथ ही घाटों के आसपास चेतावनी बोर्ड भी लगाए जाने थे लेकिन अभी तक न तो पब्लिक को जागरूक किया गया न ही कोई बोर्ड लगाया गया। जिसकी वजह से लोगों की ओर से गोमा में जमकर प्लास्टिक वेस्ट फेंका जा रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएम को पत्र लिखा गया है और तत्काल इस दिशा में ध्यान दिए जाने संबंधी मांग की गई है। वहीं, नगर निगम का दावा है कि गोमा में गिरने वाले ज्यादातर नाले टैप किए जा चुके हैैं। अगर ऐसा है तो गोमा में वेस्ट कहां से आ रहा है।यह बात सही है कि अब गोमा में प्लास्टिक वेस्ट बहुत अधिक मात्रा में निकल रहा है, जो चिंता का विषय है। इस दिशा में तत्काल एक्शन लिए जाने की जरूरत है साथ ही ऐसी व्यवस्था बनाई जाए, जिससे गोमा में प्लास्टिक या अन्य किसी भी प्रकार का वेस्ट न फेंका जाए।रणजीत सिंह, पार्षद एवं संयोजक स्वच्छ पर्यावरण आंदोलन सेना

Posted By: Inextlive