Lucknow news: ईएनटी विभाग के रेजिडेंट डॉ. रमेश कुमार जांच में पाये गये दोषी।

लखनऊ (ब्यूरो)। शासन प्रशासन में किरकिरी के बाद केजीएमयू प्रशासन ने प्राइवेट प्रैक्टिस के आरोपी रेजिडेंट डॉक्टर को निष्कासित कर दिया है। जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर वीसी प्रो। सोनिया नित्यानंद के निर्देश पर रेजिडेंट डॉ। रमेश कुमार के निष्कासन का आदेश जारी कर दिया है।

मरीज की मौत का मामला
लखीमपुर खीरी के महराजनगर निवासी 32 वर्षीय पूनम मौर्य आशा कार्यकर्ता थी। पति सुरेंद्र पाल सिंह के मुताबिक पूनम की आवाज में भारीपन की समस्या थी। जिसके बाद उसे केजीएमयू के ईएनटी विभाग के रेजिडेंट डॉ। रमेश कुमार को दिखाया था। उन्होंने जांच के बाद गले में मस्सा होने की बात बताते हुए सर्जरी की सलाह दी थी लेकिन, उन्होंने संस्थान की जगह खदरा स्थित केडी अस्पताल में ऑपरेशन करने की बात कही थी।

25 अक्टूबर को भर्ती कराया
उनकी सलाह पर मरीज को 25 अक्टूबर को केडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन, सर्जरी के बाद मरीज की हालत बिगडऩे से आननफानन में केजीएमयू के शताब्दी के वेंटिलेटर यूनिट में भर्ती कराया गया लेकिन, बीते शनिवार को महिला मरीज की मौत हो गई थी। जिसके बाद परिजनों ने मामले को लेकर शिकायत भी दर्ज कराई थी।


जांच रिपोर्ट में पाये गये दोषी
महिला मरीज की मौत ने केजीएमयू के डॉक्टर व प्राइवेट प्रैक्टिस के गठजोड़ की पोल खुल गई। मामला बढऩे पर डिप्टी सीएम ने भी संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए थे। वहीं, मामले से केजीएमयू की किरकिरी हुई थी। जिसके बाद वीसी ने सीएमएस डॉ। बीके ओझा की अध्यक्षता में एमएस डॉ। सुरेश कुमार, प्रॉक्टर डॉ। क्षितिज श्रीवास्तव, ईएनटी हेड डॉ। अनुपम मिश्र व सदस्यों की जांच कमेटी बैठा दी थी। कमेटी की जांच रिपोर्ट के अनुसार डॉ। रमेश कुमार दोषी पाए गए। जिसके बाद वीसी के निर्देश पर उनको निष्काषित कर दिया गया।

Posted By: Inextlive