Lucknow News: लाटूश रोड स्थित मकान की चौथी मंजिल पर बने गोदाम में लगी आग
लखनऊ (ब्यूरो)। लाटूश रोड पर गुरुवार सुबह नौ बजे कारोबारी संजय जायसवाल के मकान की चौथी मंजिल पर बने गोदाम में आग लग गई। धुआं निकलता देख कारोबारी परिवार ने आननफानन बाहर भागकर जान बचाई। इसके बाद आसपास के लोगों की मदद से फायर ब्रिगेड को सूचना दी। मौके पर पहुंचे फायर कर्मियों ने आग पर काबू पाना शुरु किया तो प्लास्टिक होने के कारण आग तेजी से फैलने लगी। सीएफओ मंगेश कुमार ने बताया कि डबल बेसमेंट होने से आग बुझाने में मुश्किल का सामना करना पड़ा। करीब आठ से नौ घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर आग पर काबू पाया गया। इस दौरान 12 फायर टेंडर ने मिलकर 50 से ज्यादा चक्कर लगाए।प्लास्टिक गोदाम में लगी थी आग
सीएफओ ने बताया कि सुबह 10 बजे आग लगने की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे तो देखा कि प्लास्टिक गोदाम में आग लगी है। उससे निकलने वाले धुएं से इलाके में मौजूद लोगों को सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। ऐसे में एक टीम ने तुरंत आग पर काबू पाना शुरू कर दिया। वहीं, दूसरी टीम ने 500 मीटर के दायरे की दुकानों को बंद कराया और लोगों को हटाया। इधर, गोदाम से पटाखों जैसी आवाजें आ रहीं हैं। देखते ही देखते आग चौथी मंजिल से सीधे डबल बेसमेंट में पहुंच गई। इस पर गोदाम की छत पर लगी टिनशेड को कटर से काटा गया और हाइड्रोलिक प्लेट फार्म लगाकर बाहर से आग पर काबू पाया जा रहा था।घर से निकाले गए तीन घरेलू सिलिंडर इसके साथ ही मकान के पीछे से दीवार तोड़ गई। चारों तरफ से आग पर काबू पाना शुरू किया गया। इस दौरान दो फायर कर्मियों को ऑक्सीजन मास्क पहना कर अंदर भेजा गया। उन्होंने घर में रखे तीन घरेलू सिलिंडर को बाहर निकाला। फायर ब्रिगेड की गाड़ियां देर शाम तक आग पर काबू पाने के लिए पानी ढोती रही। आग से किसी के घायल होने या झुलसने की सूचना नहीं है। गोदाम में लाखों रुपये का माल जला है, लेकिन कितने का सामान जला है, इसका आकलन नहीं हो पाया है। आग लगने की वजह शार्ट-सर्किट बताई जा रही है।दूसरे घरों तक न पहुंचे आग तो बाहर से छोड़ा पानी
सीएफओ ने बताया कि आग अन्य घरों तक न पहुंचे तो मकान के चारों तरफ से पानी की बौछार की गई। इसकी मदद से आग की लपटें अन्य घरों तक नहीं फैली। इसकी लगातार निगरानी की जा रही थी। मकान के चारों दिशा में स्मोक एग्जास्टर लगाकर धुआं निकाला जा रहा था।सात लोग ने बाहर भागकर जान बचाईगोदाम मालिक संजय ने बताया कि सुबह नौ बजे आग लगी थी। पूजा करने के लिए घर से बाहर निकले तो छत पर बने गोदाम से धुआं निकलता देखा तो चीख-पुकार मचाई। घर में मौजूद पत्नी नेहा, बहन इला जयसवाल, नौकरानी समेत सात लोग मौजूद थे। सभी ने बाहर भागे, जिससे उनकी जान बच गई। उन्होंने बताया कि गनीमत रही कि दोनों बच्चे स्कूल में थे।100 से ज्यादा दुकानें कराई गईं बंदलाटूश रोड इलाके की 100 से ज्यादा दुकानें बंद करा दी गईं, ताकि फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को पानी लाने में असुविधा न हो। बिल्डिंग में नीचे इलेक्ट्रानिक दुकान है। यहां कूलर और झालर का काम होता है। इमारत की चौथी मंजिल पर गोदाम है। उसमें माल भर रखा था। संजय ने बताया कि 23 अप्रैल 2012 में उनके इसी घर में आग लग गई थी। उस समय उनके पिता घर के भीतर थे। आग लगने के दौरान वह बैग उठाने चले गए। उसी में उनकी दम घुटने से मौत हो गई थी। कोविड काल में भी यहां आग लगी थी।