Lucknow News: उपभोक्ता परिषद की मेहनत रंग लाई। परिषद द्वारा किए गए प्रयासों के बाद सभी बिजली कंपनियों ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर निर्माता कंपनियों को निर्देश जारी कर दिए हैैं कि वे फ्री ऑफ कॉस्ट चेक मीटर लगाएं। खास बात यह है कि चेक मीटर लगने से उपभोक्ता जान सकेगा कि उनके यहां जो स्मार्ट मीटर लगा है वो सही से काम कर रहा है या नहीं।


लखनऊ (ब्यूरो)। उपभोक्ता परिषद की मेहनत रंग लाई। परिषद द्वारा किए गए प्रयासों के बाद सभी बिजली कंपनियों ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर निर्माता कंपनियों को निर्देश जारी कर दिए हैैं कि वे फ्री ऑफ कॉस्ट चेक मीटर लगाएं। खास बात यह है कि चेक मीटर लगने से उपभोक्ता जान सकेगा कि उनके यहां जो स्मार्ट मीटर लगा है, वो सही से काम कर रहा है या नहीं।30 सितंबर को उठाया था सवालपूरे प्रदेश में लगभग डेढ़ लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लग जाने के बाद उपभोक्ता परिषद ने 30 सितंबर को सवाल उठाया था कि सभी बिजली कंपनियों ने भारत सरकार ऊर्जा मंत्रालय की गाइड लाइन के विपरीत जाकर उपभोक्ता के परिसर पर लगे साधारण मीटर को चेक मीटर में परिवर्तित नहीं किया गया है।मॉनीटरिंग की व्यवस्था हो


उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने एक बार फिर इस गंभीर मुद्दे पर शुक्रवार को पावर कारपोरेशन के निदेशक कमर्शियल निधि नारंग व अन्य से अलग अलग बात कर इसकी सतत मॉनिटरिंग करने के लिए भी अनुरोध किया है।सभी डिस्कॉम को आदेश

उपभोक्ता परिषद द्वारा जब इस मामले का खुलासा किया गया और उच्च अधिकारियों से बात की गई, तब सभी बिजली कंपनियों मध्यांचल, पूर्वांचल, पश्चिमांचल, दक्षिणांचल ने सभी मीटर निर्माता कंपनियों को निर्देश जारी कर दिया है की स्मार्ट प्रीपेड मीटर उपभोक्ता के परिसर पर लगाते वक्त पांच प्रतिशत की सीमा तक उनके परिसर पर लगे साधारण मीटर को चेक मीटर के रूप में लगा रहने दिया जाए यानी की 100 मीटर में पांच प्रतिशत चेक मीटर लगेगा। हर 20 मीटर के बाद एक चेक मीटर लगेगा, जिसे उपभोक्ता अपने पुराने मीटर जिसे चेक मीटर घोषित किया गया है से मिलान कर सकेगा कि उसका मीटर तेज तो नहीं चल रहा है और उसकी बिलिंग ज्यादा तो नहीं आ रही है। इसकी सूचना प्रत्येक माह भारत सरकार को भेजनी होगी जिसका प्रोफार्मा भी बिजली कंपनियों की तरफ से अधिशासी अभियंता परीक्षण व टेस्ट को भेजा गया है।तत्काल आवाज उठाएंउपभोक्ता परिषद ने सभी बिजली उपभोक्ताओं से अपील की है कि उनके परिसर पर जहां भी पुराने मीटर को घोषित किया जाए चेक मीटर, उसकी रीडिंग व स्मार्ट प्रीपेड मीटर में आने वाली रीडिंग का कर लें मिलान। यदि उसमें कोई हो डिफरेंस तत्काल उठाएं आवाज और उपभोक्ता परिषद को भी सूचित करें।

Posted By: Inextlive