LUCKNOW NEWS मानसून का सीजन आने के साथ ही वेक्टर बॉर्न डिजीज भी बढ़ जाती हैं। अगर हम राजधानी की बात करें तो यहां बीते कुछ सालों से बारिश के साथ ही डेंगू का कहर शुरू हो जाता है।

लखनऊ (ब्यूरो)। स्वास्थ्य विभाग संग अन्य विभाग हर साल डेंगू से निपटने की पुख्ता तैयारियों का दावा करते हैं लेकिन उनका यह दावा बारिश के पानी के संग बह जाता है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर साल 1 जुलाई से संचारी रोग नियंत्रण अभियान और दस्तक अभियान चलाया जाता है। हालांकि इसका असर धरातल पर दिखाई नहीं देता है। आलम यह है कि डेंगू के मरीज के अब तो पूरे साल राजधानी में मिल रहे हंै। राजधानी में इस वर्ष अब तक 61 डेंगू के मरीज सामने आ चके हैं। हालांकि डेंगू से किसी की मौत नहीं हुई है। चिंता की बात यह है कि राजधानी में हर साल डेंगू के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ ऋतु श्रीवास्तव बताती है कि डेंगू का असर राजधानी के पॉश एरिया खासतौर पर देखने को मिलता है।

इन एरिया में आते हैं अधिक मामले
- अलीगंज
- गोमती नगर
- इंदिरा नगर
- महानगर
- आलमबाग
- आशियाना
- राजाजीपुरम
- तेलीबाग

टीम लगाकर हो रहा है काम
अधिकारियों के मुताबिक, विभाग के पास जितने लोग हैं, उनकी टीम बनाई गई है। जिसमें एक से लेकर तीन लोग तक शामिल रहते हैं। जरूरत के अनुसार टीमों की संख्या को बढ़ाया जाता है। साथ ही अन्य विभाग के लोग भी शामिल रहते है। संचारी रोग के तहत 12 विभाग काम करते हैं।

6 से 7 लाख मिलता है बजट
डेंगू की रोकथाम और जागरूकता के लिए हर साल अभियान चलाया जाता है। इसके लिए जिला स्वास्थ्य विभाग को करीब 6 से 7 लाख रुपये हर साल मिलते हैं। राजधानी होने के कारण बजट की कोई कमी नहीं रहती है। वहीं, अस्पतालों को भी अलर्ट पर रखा गया है। साथ ही टेस्टिंग की पूरी व्यवस्था है। डीएमओ डॉ। ऋतु बताती हैं कि हमारी टीमें डेंगू का मरीज मिलने पर वहां एंटी-लार्वा का छिडक़ाव करने जाती हैं। इसके अलावा, फॉगिंग के साथ पानी के स्रोतों को खत्म किया जाता है। ताकि मच्छरों को पनपने से रोका जा सके। अगर कहीं से डेंगू के मरीज की सूचना मिलती है तो 50 घरों तक अभियान चलाया जाता है। ताकि डेंगू को फैलने से रोका जा सके।

ये विभाग भी करते हैं सहयोग
- पशुपालन विभाग
- बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग
- दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग
- कृषि एवं सिंचाई विभाग
- सूचना एवं उद्यान विभाग

बीते साल राजधानी में आए मामले
साल केस मौत
2023 2749 4
2022 2648 4
2021 1978 0
2020 882 0

ये हैं डेंगू के लक्षण
- सिरदर्द
- तेज बुखार
- मांसपेशियों, हड्डियों में दर्द
- जोड़ों में दर्द
- जी मिचलाना वा उल्टी होना
- आंखों में दर्द होना
- त्वचा पर लाल चकत्ते
- खून आना

ऐसे करें मच्छरों से बचाव
- पानी की टंकी और बर्तनों आदि को ढक कर रखें
- सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें
- पूरी बांह के कपड़े पहनें
- घर के खिडक़ी दरवाजों पर जाली लगवाएं
- बुखार होने तुरंत स्वास्थ्य केंद्र जाएं

ये न करें
- टूटे बर्तन, कूलर, गमले व गमलों की प्लेट, फ्रिज की ट्रे में पानी न जमा होने दें।
- सुबह और शाम के समय घर के वह दरवाजे और खिड़कियां न खोलें जहां जाली न लगी हो।
- बुखार होने पर स्वयं कोई इलाज न करें।

एक जुलाई से संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जाएगा। टीमें लगातार जहां जरूरत पड़ रही छिडक़ाव कर रही है। विभाग पूरी तरह से अलर्ट हैं।
- डॉ मनोज अग्रवाल, सीएमओ

Posted By: Inextlive