Lucknow News: संविधान दिवस के अवसर पर मंगलवार को राजधानी के मेडिकल कॉलेजों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। केजीएमयू लोहिया संस्थान और कैंसर संस्थान में फैकल्टी समेत छात्रों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। इस दौरान संविधान जागरूकता रैली समेत प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया।


लखनऊ (ब्यूरो)। संविधान दिवस के अवसर पर मंगलवार को राजधानी के मेडिकल कॉलेजों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। केजीएमयू, लोहिया संस्थान और कैंसर संस्थान में फैकल्टी समेत छात्रों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। इस दौरान संविधान जागरूकता रैली समेत प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। केजीएमयू में अधिष्ठाता, छात्र कल्याण द्वारा विगत एक सप्ताह से संविधान के विभिन्न विषयों पर प्रश्नोत्तरी एवं डिबेट्स आयोजित की गयीं। वहीं, मंगलवार सुबह छात्र, कर्मचारी व शिक्षकों द्वारा हाथ में संविधान की उद्देशिका को लेकर संविधान जागरूकता रैली निकाली गयी। जो केजीएमयू के प्राशासनिक भवन से प्रारंभ होकर मुख्य द्वार व गांधी वार्ड से होते हुए प्राशासनिक भवन पहुंची। इसके बाद ब्राउन हाल में वीसी प्रो। सोनिया नित्यानंद की अध्यक्षता में कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें एमएस डॉ। सुरेश कुमार, सीएमएस डॉ। बीके ओझा, पद्मश्री डॉ। एसएन कुरील द्वारा संविधान पर अपने विचार रखे गए।अधिकारों न करें दुरुपयोग
लोहिया संस्थान के छात्रों एवं कार्मिकों द्वारा पोस्टर, रंगोली, गायन एवं वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग किया गया। जहां डॉ। विनिता शुक्ला द्वारा सभी को संविधान प्रतिज्ञा दिलाई गई। निदेशक प्रो। सीएम सिंह ने सभी से अनुरोध किया कि हमें संविधान द्वारा जो अधिकार प्राप्त हुए है, उनका दुरुपयोग नहीं करना चाहिए। इस अवसर पर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को प्रश्स्ति पत्र देकर उनको प्रोत्साहित किया गया। कार्यक्रम के दौरान सीएमएस प्रो। अजय कुमार सिंह, यूजी सेल चेयरमैन डॉ। विनिता मित्तल समेत संचालक निमिषा सोनकर आदि मौजूद रहे।संविधान हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों की आधारशिला हैसंविधान हमारा सबसे पवित्र ग्रंथ है। यह जीवंत और प्रगतिशील दस्तावेज है। संविधान हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों की आधारशिला है। यह हमें अपने राष्ट्रीय कर्तव्यों एवं अधिकारों के प्रति और अधिक दृढ़ व जागृत करता है। ये बातें कल्याण सिंह कैंसर संस्थान के निदेशक डॉ। आरके धीमन ने संविधान दिवस कार्यक्रम के दौरान कहीं। वहीं, एएमस डॉ। देवाशीष शुक्ला ने कहा कि कार्यपालिका, न्यायपालिका और विधायिका संविधान की भावनाओं के अनुसार लोगों की भलाई के लिए मिलकर काम करें ताकि आमजन को समान रूप से सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल सके।

Posted By: Inextlive