Lucknow News: उत्तर प्रदेश में तेजी से बढ़ रहा एमडीएमए जैसी ड्रग्स का कारोबार
लखनऊ (ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश में न केवल महंगे नशे का कारोबार बढ़ रहा बल्कि यंगस्टर्स इस नशे के लती भी हो रहे हैं। गांजा, चरस, मार्फिन और हेरोइन के बाद वर्तमान में सबसे ज्यादा डिमांड एमडीएमए की है, जिसे पार्टी ड्रग्स भी कहा जाता है। यूपी में एमडीएमए की सप्लाई चेन पूर्वांचल के जौनपुर से जुड़े होने का खुलासा हुआ है। एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स की मदद से जौनपुर एक युवक को गिरफ्तार किया गया। उसकी निशानदेही पर 30 करोड़ रुपये कीमत का एमडीएमए पाउडर बरामद हुआ।यूपी में सिंथेटिक ड्रग्स का काला कारोबार
यूपी में उड़ीसा, आंध्रप्रदेश, पूर्वी राज्यों से लेकर नेपाल की सीमा से मादक पदार्थों की तस्करी के अलावा आगरा, आजमगढ़, वाराणसी, लखनऊ, बाराबंकी, प्रयागराज, बरेली, अलीगढ़ व मीरजापुर भी गांजा, चरस, अफीम, हेरोइन व पोस्ता की सप्लाई के बड़े सेंटर हैं। एक अधिकारी के अनुसार, जांच एजेंसियां जितनी मात्रा में मादक पदार्थों की सप्लाई पकड़ती हैं, उससे तीन गुणा माल सप्लाई हो जाता है। पूर्वांचल के कई जिलों से नारकोटिक्स ड्रग की सप्लाई के अलावा अब यूपी में सिंथेटिक ड्रग्स का काला कारोबार भी बढ़ रहा है।तीन यूनिट कर रहीं नेक्सस तोड़ने का काम
प्रदेश में नशे के काले कारोबार की चेन और ड्रग माफियाओं की कमर तोड़ने के लिए लोकल पुलिस के साथ-साथ तीन यूनिट तेजी से काम कर रही हैं। जिसमें एसटीएफ, एनसीबी और एएनटीएफ (एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स) शामिल हैं। बड़े पैमाने पर तीनों यूनिट ने नशे के कारोबार की सप्लाई चेन के साथ-साथ उसकी तस्करी करने वालों को गिरफ्तार भी किया है। बड़े पैमाने पर बरामदगी भी की है। एएनटीएफ की प्रदेश में सात यूनिट और 13 थाना काम कर रहे हैं। कम समय में एएनटीएफ ने एसटीएफ की तर्ज पर बड़ी और तेज कार्रवाई भी की है। सबसे बड़ी बात कि नशे की सप्लाई चेन के साथ नशे के तस्कर और उनके मास्टरमाइंड के खिलाफ भी एक्शन प्लान बनाकर काम किया जा रहा है।पूर्वांचल से जुड़े एमडीएमए के तार
एमडीएमए नशे की सप्लाई और उसका यूज प्रदेश के कई बड़े शहरों में किया जा रहा है। इसका खुलासा उसकी बरामदगी और उसकी सप्लाई करने वाले खुद किया है। एएनटीएफ टीम के साथ मुंबई पुलिस ने जौनपुर के एक सप्लायर को गिरफ्तार किया। जिसके बाद से 270 ग्राम एमडीएमए पाउडर बरामद किया गया। उसकी कीमत करीब 30 करोड़ रुपये बताई जा रही है। यूपी के कई बड़े शहरों में 15 सौ रुपये के महंगे पान में आधे ग्राम से भी कम एमडीएमए पाउडर डालकर लोगों को नशे का लती बनाया जा रहा है। एमडीएमए पाउडर के आधे ग्राम से भी कम का यूज भी नशे के लिए बहुत होता है और इस आधे ग्राम की कीमत भी हजारों रुपये होती है।यंगस्टर्स में सबसे ज्यादा गांजा का क्रेजलखनऊ समेत प्रदेश के कई शहरों में गांजा का क्रेज सबसे ज्यादा यंगस्टर्स में बढ़ रहा है। खासतौर पर पढ़ने या कॉम्पिटीशन तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स इसका ज्यादा सेवन कर रहे हैं। नशे के कारोबार से जुड़े तस्कर व सप्लायर ऐसे बड़े-बड़े सेंटर्स के आस-पास ज्यादा सक्रिय रहते हैं। यहां तक कि पान की दुकानों में भी नशे की सिगरेट और गांजा पीने के लिए यूज होने वाला पेपर भी खुलेआम बिक रहा है।