Lucknow News: लाइफस्टाइल में बदलाव और जेनेटिक कारणों के चलते महिलाओं में कई समस्याएं देखने को मिल रही हैं जो उनकी ओवरी पर भी बुरा असर डाल रही हैं। आलम यह है कि इसके कारण उनकी ओवरी फंक्शनिंग समय से पहले धीमी और बूढ़ी हो रही है।


लखनऊ (ब्यूरो)। लाइफस्टाइल में बदलाव और जेनेटिक कारणों के चलते महिलाओं में कई समस्याएं देखने को मिल रही हैं, जो उनकी ओवरी पर भी बुरा असर डाल रही हैं। आलम यह है कि इसके कारण उनकी ओवरी फंक्शनिंग समय से पहले धीमी और बूढ़ी हो रही है। जिसके कारण उनकी फर्टिलिटी पर भी असर पड़ रहा है। राजधानी के मेडिकल संस्थानों में बड़ी संख्या में इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं। डॉक्टर्स के मुताबिक, बचपन में खानपान का असर एडल्टहुड में देखने को मिलता है इसलिए पैरेंट्स को बचपन से ही बच्चों के खानपान का ध्यान रखना चाहिए।ओवरी फंक्शन पर पड़ता है असर


केजीएमयू के क्वीन मेरी की सीनियर आब्स एंड गाएनी डॉ। रेखा सचान ने बताया कि खानपान, मोटापा, एक्सरसाइज की कमी और पीसीओएस आदि की वजह से महिलाओं में ओवरी की उम्र बढ़ जाती है। दूसरा, आजकल महिलाओं में इंफर्टिलिटी ज्यादा हो रही है जिसकी वजह से आईवीएफ के इलाज के लिए कई हार्माेनल दवाएं दी जाती हैं ताकि ओवरी से एग्स निकलें, पर ये दवाएं एक प्रकार से ओवरी को नुकसान पहुंचाती हैं। जिसके कारण ओवरी समय से पहले अधिक उम्र की देखने को मिल रही है, जो चिंता का विषय है।प्री-मैच्योर मिनोपॉज हो रहा

डॉ। रेखा सचान आगे बताती हैं कि ओवरी फंक्शनिंग 51-52 तक की उम्र तक होती है, जिसके बाद मिनोपॉज होता है। हालांकि, कोई बीमारी हुई तो ओवरी में फॉलीकल की कमी समय से पहले होने लगती है। जिसकी वजह से 40 वर्ष से पहले ही ओवरी फंक्शन कम हो रहा है। ऐसे में हार्मोन का न निकलना और एग न होना आदि के चलते कम उम्र में प्री-मैच्योर मिनोपॉज हो रहा है। इसके अलावा अगर कम उम्र में कैंसर या कीमो हो तो उससे भी ओवरी डैमेज होती है और समय से पहले दिक्कतें होती हैं। ऐसे में महिलाओं को खास सतर्कता बरतनी चाहिए। वहीं, अगर मरीजों की संख्या की बात करें तो हर ओपीडी का मिलाकर रोजाना 8-10 केस सामने आ रहे हैं, जिनमें कई बार मरीज किसी और समस्या के साथ आते हैं, लेकिन उनमें ओवरी संबंधी समस्या देखने को मिलती है।एडल्टहुड में दिखता है असर

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, लोगों को एडल्टहुड में खास ध्यान रखना चाहिए क्योंकि बचपन में जो खिलाया और पिलाया जाता है उसका असर आगे चलकर देखने को मिलता है। पैरेंट्स बचपन में बच्चियों को जंक फूड, ऑयली फूड आदि खिलाते हैं। इसके अलावा एक्सरसाइज की कमी के चलते मोटापा आदि बढ़ रहा है। पैरेंट्स को चाहिए कि बच्चों को लेकर आगे की सोचते हुए अच्छा खानपान दें और उन्हें सही लाइफस्टाइल फॉलो करवाएं।ऐसे करें अपना बचाव-वजन कंट्रोल में रखें।-जंक फूड से दूर रहें।-खानपान हेल्दी रखें।-रोज एक्सरसाइज करें।-समस्या होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।कई कारणों से महिलाओं की ओवरी फंक्शनिंग समय से पहले बिगड़ रही है। जिससे कम उम्र में ही ओवरी की उम्र अधिक हो रही है, जिसके चलते प्री-मैच्योर मिनोपॉज की प्रॉब्लम सामने आ रही है।-डॉ। रेखा सचान, क्वीन मेरी

Posted By: Inextlive