Lucknow news: डेंगू के 62 और चिकनगुनिया के 3 मरीज मिले
लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में डेंगू का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को एकबार फिर रिकार्ड डेंगू 62 मरीज मिले। अलीगंज में 8, ऐशबाग में 4, इंदिरागनर में 9, चंदरनगर में 8, सिल्वर जुबली में 6, टूडियागंज में 4, चिनहट में 3, रेडक्रास में 4, बीकेटी में 3, सरोजनीनगर में 4, एनके रोड में 6, गोसाईगंज में 2, इटौजा में 1 मरीज मिला है, जबकि चिकनगुनिया के 3 मरीज अलीगंज, चंदरनगर व चिनहट में मिले हैं। जनवरी से अब तक जनपद में डेंगू के कुल 1624, मलेरिया के 460 एवं चिकनगुनिया 79 रोगी पाये गये।6 घरों को थमाई नोटिस
दूसरी ओर टीमों द्वारा लगभग 1731 घरों एवं आसपास मच्छरजनित स्थितियों का सर्वेक्षण किया गया। जहां कुल 6 घरों में मच्छरजनित स्थितियां पाए जाने पर नोटिस जारी किया गया। नगर मलेरिया इकाई एवं जिला मलेरिया अधिकारी की टीमों द्वारा जनपद के विभिन्न स्थलों व भवनों का निरीक्षण किया गया तथा लार्वा रोधी रसायन का छिड़काव किया गया।11,595 टीबी के मरीज तलाशे गए
राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत प्रदेश में 9-20 सितंबर तक सक्रिय टीबी रोगी खोजी अभियान चलाया गया। इस दौरान 11,595 टीबी के मरीजों की पहचान की गई। 11,571 टीबी मरीजों का नोटिफिकेशन करते हुए इलाज शुरू किया गया। राज्य क्षय रोग अधिकारी डॉ। शैलेंद्र भटनागर ने बताया टीबी के संभावित लक्षण वाले 4.50 लाख लोगों में 4.38 लाख लोगों की टीबी जांच कराई गई। जिनमें 5381 पल्मोनरी और 6314 एक्स्ट्रा पल्मोनरी टीबी से ग्रसित हैं। सर्वाधिक 1104 टीबी मरीज कुशीनगर में मिले। गोरखपुर में 414, एटा में 379, लखनऊ में 345, मेरठ में 303, महाराजगंज में 272, गोंडा में 271, प्रयागराज में 262 और शाहजहांपुर में 225 टीबी के मरीज मिले।लोकबंधु को कायाकल्प अवार्ड में दूसरा स्थानलोकबंधु अस्पताल को कायाकल्प अवार्ड के तहत प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल हुआ है। जबकि, लखनऊ मंडल में उसे पहला स्थान मिला है। गौरतलब है कि बीते साल सितंबर में तीन सदस्यी दल के द्वारा लोकबंधु अस्पताल में कायाकल्प का असेसमेंट किया गया था। जिसमें अस्पातल को 92.32 परसेंटेज स्कोर मिला। यह उपलब्धि नोडल अधिकारी व एमएस डॉ। अजय शंकर त्रिपाठी व सीएमएस डॉ। राजीव दीक्षित के नेतृत्व में हासिल हुई है। निदेशक डॉ। सुरेश कौशल ने अस्पताल के सभी सदस्यों को बधाई दी है। एमएस डॉ। त्रिपाठी ने बताया कि पूर्व में भी पुरस्कार मिल चुका है।