Lucknow News: दीपावली और छठ पर चलेंगी लंबी दूरी की 4 हजार बसें, लाखों लोग करेंगे सफर
लखनऊ (ब्यूरो)। दीपावली और छठ का पर्व जल्द ही आने वाला है। इन पर्वों के दौरान लाखों की संख्या में लोग अपने घरों को जाते हैं। इनमें बड़ी संख्या में ऐसे लोग होते हैं जो ट्रेन में सीटें न मिलने पर रोडवेज बसों को अपना साधन बनाते हैं। इसे देखते हुए इन पर्वों के लिए यूपी रोडवेज ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
मददगार बनती हैं बसेंदीपावली व छठ पर यात्रियों को घर पहुंचाने के लिए परिवहन निगम की बसें मददगार होंगी। त्योहारों के दौरान लाखों लोग रोडवेज बसों में सफर करते हैं। बसों में आनलाइन टिकट बुङ्क्षकग एक माह पहले होती है, ऐसे में जो लोग ट्रेनों या फ्लाइट में लंबी प्रतीक्षा सूची का शिकार हैं वे बसों से भी आवागमन कर सकते हैं। प्रदेशभर में 4000 लंबी दूरी की बसों का नियमित संचालन होगा।
अक्टूबर के अंत में दीपावली
दीपावली का पर्व अक्टूबर माह के अंत में है, जबकि सूर्य पर्व छठ का पर्व नवंबर के पहले सप्ताह में है। इन पर्वों पर गैर प्रांतों में रहने वाले या अपने घर या परिवार से दूर रहने वाले जरूर पहुंचते हैं। त्योहार के एक सप्ताह पहले से लेकर एक सप्ताह बाद तक आवागमन तेज रहता है।
बढ़ जाती है बसों में भीड़
निगम के जनसंपर्क अधिकारी अजीत कुमार ङ्क्षसह कहते हैं कि नवरात्र से ही आवागमन बढ़ता है। निगम के बेड़े में शामिल नई बसें लंबी दूरी की यात्रा करने के लिए तैयार हैं।
- कौशांबी
- गाजियाबाद
- कानपुर
- आगरा
- प्रयागराज
- गोरखपुर
- मेरठ
- बरेली लखनऊ से चलेंगी कई बसें
लखनऊ क्षेत्र के चारबाग, आलमबाग, अवध, कैसरबाग, कैसरबाग अनुबंधित, रायबरेली, हैदरगढ़, उपनगरीय व बाराबंकी डिपो में कुल 960 बसें हैं, इनमें 519 निगम की और 441 अनुबंधित हैं। इनमें अधिकांश बसों का संचालन इन त्योहारों के दौरान किया जाएगा। इस तरह बुक करा सकते टिकट
ट्रेनों में जगह नहीं है ऐसे में आनलाइन वेबसाइट ह्वश्चह्यह्म्ह्लष्।ष्श।द्बठ्ठ से सभी एसी व लंबी दूरी की सामान्य बसों का भी टिकट घर बैठे बुक करा सकते हैं। रिफंड पाने, बसों की स्थिति जानने या अन्य समस्या पर टोल फ्री नंबर 18001802877 पर फोन कर सकते।
राही एप पर भी सुविधा
गूगल प्ले स्टोर से राही एप मोबाइल पर डाउनलोड कर सकते हैं, इससे टिकट बुक व अन्य सुविधाएं मिलेंगी। इसके अलावा रेड बस, अभी बस, पेटीएम, मेक माई ट्रिप जैसे निजी वेबसाइट से भी टिकट बुक करा सकते हैं, इसमें किराये के अलावा धनराशि का तीन प्रतिशत या 50 रुपये जो अधिक होगा, प्रति टिकट देना होगा।