Lucknow Medical News: मरीज को इंजेक्शन न लगाने का आरोप लगाकर केजीएमयू में किया हंगामा
लखनऊ (ब्यूरो)। केजीएमयू के गांधी वार्ड में बुधवार को नर्स द्वारा समय पर इंजेक्शन न लगाने और अभद्रता करने का मामला सामने आया, जिसके बाद नाराज परिजनों ने जमकर हंगामा किया। मामले की शिकायत वीसी प्रो। सोनिया नित्यानंद से भी की गई।इंजेक्शन न लगाने का आरोप
गोंडा निवासी सत्य प्रकाश की तबीयत बिगड़ने पर परिजन उसे लेकर केजीएमयू पहुंचे। जहां डॉक्टर ने मरीज को गांधी वार्ड-3 में भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया। परिजनों का आरोप है कि बुधवार सुबह मरीज को इंजेक्शन लगना था, लेकिन जब ड्यूटी पर मौजूद स्टाफ नर्स से इंजेक्शन लगाने की गुजारिश की तो वह नाराज हो गई। परिजन ओंकार का आरोप है कि नर्स मरीज के बेड तक आई और मरीज व परिवारीजनों से अभद्र भाषा में बात कर बिना इंजेक्शन लगाए वहां से चली गई। कई बार गुहार लगाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। जिसके बाद परिजनों ने वीसी को लिखित में शिकायत दी और वार्ड में लगे सीसीटीवी कैमरे से पूरे घटनाक्रम को देखने की गुहार लगाई। केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ। सुधीर सिंह के मुताबिक, अगर शिकायत हुई है तो जांच कराई जायेगी। सीसीटीवी फुटेज की भी मदद ली जाएगी।**************************************आज से दो दिवसीय अभियान
पीएम मातृ वंदना योजना 2.0 के तहत विशेष पंजीकरण अभियान 30 नवंबर से एक दिसंबर तक चलेगा। यह जानकारी सीएमओ डॉ। मनोज अग्रवाल ने दी। उन्होंने बताया कि पीएमएमवीवाई योजना में बदलाव हुआ है। अब तीन किस्तों में मिलने वाले पांच हजार रुपए दो किस्तों में मिलेंगे। जिसके तहत प्रथम किस्त तीन हजार रुपये प्रसव पूर्व कम से कम एक जांच होने पर और दूसरी किस्त दो हजार रुपये बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने, बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर मिलेगी। पहली बार मां बनने वाली गर्भवती एवं दूसरी बार मां बनने पर कन्या पैदा होने के बाद पेंटा थर्ड का टीकाकरण पूर्ण होने पर फॉर्म भरा जाएगा। दूसरा बच्चा अगर कन्या है और वह एक अप्रैल 2022 के बाद पैदा हुई है तो उसका फॉर्म 31 दिसंबर 2023 तक भरा जा सकता है। उसके बाद फॉर्म अंतिम मासिक चक्र के 570 दिनों तक ही भरा जाएगा।**************************************डेंगू का मिला सिर्फ एक मरीज
राजधानी में बुधवार को डेंगू संक्रमण का सिर्फ एक मरीज मिला है। डेंगू संक्रमित व्यक्ति चंदर नगर में मिला है। वहीं लगभग 1377 घरों एवं आसपास मच्छरजनित स्थितियों का सर्वेक्षण किया गया। नगर मलेरिया इकाई एवं जिला मलेरिया अधिकारी की टीमों द्वारा जनपद के विभिन्न स्थलों व भवनों का निरीक्षण किया गया तथा लार्वा रोधी रसायन का छिड़काव किया गया।