Lucknow Crime News: चिहनट में कॉस्मेटिक कारोबारी फरीद के मर्डर में पुलिस ने जीजा-साले की जोड़ी को गिरफ्तार किया है। मृतक व हत्यारों की मुलाकात 24 घंटे पहले हुई थी फिर दोस्ती हुई और फिर झगड़े के बाद उसकी हत्या कर दी गई। शुरुआत जांच में पुलिस को लूट के दौरान हत्या की आशंका थी।


लखनऊ (ब्यूरो)। चिहनट में कॉस्मेटिक कारोबारी फरीद के मर्डर में पुलिस ने जीजा-साले की जोड़ी को गिरफ्तार किया है। मृतक व हत्यारों की मुलाकात 24 घंटे पहले हुई थी, फिर दोस्ती हुई और फिर झगड़े के बाद उसकी हत्या कर दी गई। शुरुआत जांच में पुलिस को लूट के दौरान हत्या की आशंका थी। हालांकि, जैसे-जैसे हत्या की इवेस्टिगेशन आगे बढ़ी, कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। कारोबारी की जेब में केवल 125 रुपये थे और उसका मोबाइल फोन भी उसके शव पास से नहीं मिला। पुलिस भले ही हत्या की वजह लूट बता रही है, पर सूत्रों का कहना है कि हत्या की एक अहम वजह समलैंगिक संबंध है। पुलिस ने दोनों हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया।पुलिस का दावा, लूट के लिए हुई हत्या


साले और बहनोई ने व्यवसायी को झांसा देकर पहले ई-रिक्शा में बैठाया। फिर बैग और मोबाइल लूटकर गला घोंटकर मार दिया और शव कठौता झील के पास फेंककर भाग निकले थे। पुलिस ने दोनों के पास से फरीद का लूटा गया मोबाइल भी बरामद कर लिया है। एडीसीपी पूर्वी पंकज सिंह के मुताबिक, गिरफ्तार हत्यारोपियों बाराबंकी बदोसराय के काशीपुरवा गौसपुर सिसौली का रहने वाला उद्देश्य कुमार उर्फ सोनू और उसका साला सूरज है। सूरज रायपुर सफदरगंज का रहने वाला है। उद्देश्य ई-रिक्शा चालक है।

सीसी फुटेज से हत्यारों तक पहुंची पुलिसएसीपी विभूतिखंड राधा रमण सिंह ने बताया कि 13 नवंबर को कठौता झील के पास फरीद का शव मिला था। शव की पहचान उनके भाई ने की थी। फरीद इंदिरानगर सेक्टर नौ के रहने वाले थे। भाई ने बताया था कि 12 नवंबर को दोपहर भाई लोहिया संस्थान दवा लेने जाने की बात कहकर निकले थे। इसके बाद घर नहीं लौटे थे। अगले दिन शव मिलने की जानकारी हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला कसकर मारे जाने की पुष्टि हुई। सिर पर चोट मिली थी। अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। थाना प्रभारी चिनहट भरत पाठक की निगरानी में टीमें गठित की गई। सीसी फुटेज में दो संदिग्ध दिखे। पहचान कराई गई तो ई-रिक्शा चालक उद्देश्य और उसके साले सूरज के रूप में हुई। दोनों को विजयीपुर अंडरपास के पकड़ा गया। पूछताछ में साक्ष्यों के आधार पर दोनों ने हत्या की बात स्वीकार की।हत्या से पहले हुई थी शराब पार्टी

हत्यारोपियों ने पुलिस को बताया कि फरीद के पास बैग था। दोनों ने सोचा कि उसमें रुपये अधिक मिलेंगे। दोनों की मुलाकात पहले भी फरीद से हो चुकी थी। लोहिया अस्पताल के पास से ही उसे बरगला कर ई-रिक्शे में शाम को बैठाया था। कठौता झील के पास ले गए, वहां शराब पी, उसे भी पिलाई। इसके बाद बैग और मोबाइल लूट लिया। बैग में 125 रुपये ही मिले थे। फिर पकड़े जाने और पहचान होने के डर से गला घोंटकर हत्या कर दी, फिर डंडे से प्रहार भी किया और शव झील के पास ही छोड़कर भाग निकले।

Posted By: Inextlive