लखनऊ से लेकर अयोध्या धाम तक आपको कहीं भी प्लास्टिक नजर नहीं आएगी। दरअसल इस रूट को प्लास्टिक फ्री बनाने की कवायद तेज कर दी गई है। इसके लिए निकायवार टीमों का गठन भी किया जा रहा है जो प्रतिबंधित पॉलीथिन के खिलाफ अभियान चलाएंगी।


लखनऊ (ब्यूरो)। लखनऊ से लेकर अयोध्या धाम तक आपको कहीं भी प्लास्टिक नजर नहीं आएगी। दरअसल, इस रूट को प्लास्टिक फ्री बनाने की कवायद तेज कर दी गई है। इसके लिए निकायवार टीमों का गठन भी किया जा रहा है, जो प्रतिबंधित पॉलीथिन के खिलाफ अभियान चलाएंगी साथ ही अगर कहीं पॉलीथिन मिलती है तो उसे तत्काल निस्तारित भी कराया जाएगा। वहीं, हानिकारक पॉलीथिन को लेकर लोगों में जागरूकता भी फैलाई जाएगी।कनेक्टिंग मार्गों पर विशेष नजर


प्रतिबंधित पॉलीथिन कहीं नजर न आए, इसके लिए अयोध्या से कनेक्टेड प्रमुख मार्गों और कनेक्टिंग मार्गों पर विशेष ध्यान रखा जाएगा। इस दौरान इस रूट के किनारे जो भी वेंडिंग जोन हैैं, उन पर विशेष नजर रखी जाएगी। वेंडिंग जोन में दुकानें संचालित करने वाले दुकानदारों को भी प्रतिबंधित पॉलीथिन न रखने के संबंध में जागरूक किया जाएगा। नगर निगम टीम की ओर से पॉलीथिन को लेकर लगातार चेकिंग अभियान भी चलाया जाएगा।

कलेक्शन के लिए लगेंगी टीमें

अगर कहीं भी पॉलीथिन नजर आती है तो उस कंडीशन में कलेक्शन के लिए टीमें लगाई जाएंगी। अयोध्या और लखनऊ में विशेषकर टीमें एक्टिव रहेंगी। बस अड्डों से लेकर रेलवे स्टेशनों पर भी नजर रखी जाएगी और वहां भी जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही मलबा उठान को लेकर भी टीमें एक्टिव रहेंगी। अगर रोड साइड कहीं भी वेस्ट या निर्माण सामग्री संबंधी ढेर नजर आता है, तो उसे तत्काल साफ कराया जाएगा। जिससे अयोध्या जाने के दौरान अतिथियों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। रोड सफाई पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। कनेक्टिंग मार्गों पर सफाई के लिए मैनपावर के साथ मशीनरी भी लगाई जाएगी।मंदिरों को संवारने का काम शुरूनगर निगम लखनऊ की ओर से राजधानी के प्रमुख मंदिरों के आसपास सफाई व्यवस्था बेहतर रखने के लिए कवायद शुरू कर दी गई है। सभी जोनल अधिकारियों से उनके जोन में स्थित मंदिरों की लिस्ट मांगी गई है, जिससे लिस्ट के हिसाब से प्रत्येक मंदिर को संवारा जा सके। इसके साथ ही मंदिरों के आसपास कहीं भी गंदगी न नजर आए। प्रमुख तालाबों और पर्यटनों स्थलों के आसपास भी स्वच्छता अभियान तेज कर दिया गया है। जिससे अगर अयोध्या से लौटने के बाद कोई अतिथि लखनऊ में घूमे तो उसे प्रमुख स्थलों के आसपास कहीं भी गंदगी न नजर आए।

Posted By: Inextlive