Lucknow News: कस्टम अधिकारियों के मुताबिक लखनऊ से पकड़ा जाने वाला गोल्ड सिर्फ यहीं सप्लाई नहीं होता है बल्कि अन्य शहरों के अलावा अलग-अलग स्टेट में सप्लाई होता है। वहीं वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट पर भी कई बार गोल्ड स्मगलिंग के मामले सामने आ चुके हैं।


लखनऊ (ब्यूरो)। महिला हो या पुरुष, हर कोई गोल्ड पहनना चाहता है। यही वजह है कि इसके रेट में लगातार उछाल देखा जा रहा है। जब यही गोल्ड दूसरे देशों में कम कीमत पर मिलता है, तो स्मगलर्स इसका फायदा उठाते हैं और इसकी स्मगलिंग करने के लिए अजीबोगरीब तरकीबें अपनाकर खाड़ी समेत अन्य देशों से गोल्ड लखनऊ लेकर आते हैं। बीते कुछ महीनों में कई बार लखनऊ एयरपोर्ट पर सोने की खेप पकड़ी गई है। किन-किन देशों से गोल्ड लाया जाता है? इसकी सप्लाई कहां होती है? स्मगलरों की मॉडस अपरेंडी क्या है? पढ़ें ऐसे तमाम सवालों का जवाब तलाशती दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की खास रिपोर्टर्अपनाते हैं ये तरीका


एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग की सख्ती के बावजूद गोल्ड स्मगलिंग कम होने का नाम नहीं ले रही है। आए दिन टीम स्मगलर्स को पकड़ती है। स्मगलर गोल्ड को कभी विग, जूते, सूटकेस हैंडल, तो कभी बॉडी में छिपाकर लाते हैं। आंकड़ों के मुताबिक, पिछले पांच सालों में तकरीबन 200 किलो गोल्ड एयरपोर्ट पर बरामद किया जा चुका है।कोरोना काल के बाद फिर बढ़ी स्मगलिंग

कस्टम अधिकारियों के मुताबिक, बीते तीन वर्षों के आंकड़ों पर बात करें तो वर्ष 2019-20 व 2020-21 फाइनेंशियल ईयर से अधिक 2021-22 और 2022-23 में लखनऊ में गोल्ड बरामद किया गया है। इसकी वजह है कि कोरोना काल में सभी मुनाफा देने वाले बिजनेस ठप पड़ गए थे। ऐसे में एक गोल्ड ही ऐसा है जो सबसे अधिक लाभ देता है, जिस वजह से गोल्ड की स्मगलिंग बढ़ गई है।यहां से आता है गोल्डअधिकारियों के मुताबिक, पकड़े गए स्मगलर्स से पूछताछ में सामने आया कि सोने की तस्करी अधिकतर दुबई, शारजाह, आबूधाबी (यूएई) मस्कट (ओमान), बैंकॉक (थाईलैंड) समेत अन्य देशों होती है, लेकिन बीते कुछ वर्षों में इसका दायरा अचानक बढ़ गया है। इन गोल्ड को हांगकांग, ताइवान, म्यांमार समेत अन्य रास्तों से भी लाया जा रहा है।स्मगलिंग करने की ये है वजहअरब देशों में खासकर यूएई में सबसे ज्यादा गोल्ड पहनने और खरीदने का क्रेज है। यहां गोल्ड कस्टम ड्यूटी फ्री होता है, जबकि भारत में कस्टम फीस व जीएसटी को मिला लें तो सोना इन देशों से लगभग छह लाख रुपये प्रति किलो महंगा हो जाता है। यही वजह है कि सोने की स्मगलिंग की जाती है।लखनऊ में है कम रिस्क

कस्टम अधिकारियों के मुताबिक, लखनऊ से पकड़ा जाने वाला गोल्ड सिर्फ यहीं सप्लाई नहीं होता है, बल्कि अन्य शहरों के अलावा अलग-अलग स्टेट में सप्लाई होता है। वहीं, वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट पर भी कई बार गोल्ड स्मगलिंग के मामले सामने आ चुके हैं।इन-इन तरीकों से स्मगलिंग- मलाशय में छिपाकर- बालों की विग के अंदर- जूते की सोल के अंदर- बिस्किट के पैकेट में- गिफ्ट आइटम के अंदर- प्राइवेट पार्ट्स में छिपाकर- कॉफी मशीन में छिपाकरपहले भी आ चुके हैं मामलेकेस-1फरवरी 2024 को लखनऊ एयरपोर्ट पर शाहजाह से फ्लाइट आई। एयरपोर्ट पर स्कैनिंग के दौरान 12 लोग के मलाशय में तकरीबन दो करोड़ रुपये का गोल्ड मिला। इसे कैप्सूल के रूप में बनाकर उसे खा लिया गया था।केस- 2अक्टूबर 2023 को बिहार का युवक दुबई से 50 लाख का सोना अपने पेट में छुपा कर लखनऊ एयरपोर्ट से निकल रहा था। एक्सरे जांच में उसकी पोल खुली और वह पकड़ा गया। पूछताछ में पता चला कि विदेश में सस्ता सोना मिलने की वजह से उसने खरीदा था।केस-3जनवरी 2024 को एक यात्री कॉफी मशीन के बॉयलर में कंसील कर के तीन किलो सोना दुबई से लेकर आया था, जबकि इसी के साथ दूसरा यात्री 554 ग्राम सोने का पेस्ट बनाकर उसे अपने शरीर के आंतरिक हिस्से में बांधकर लाया था।केस-4
जुलाई 2023 में दुबई से आया एक व्यक्ति अपने गुप्तांग के पास छुपा कर 20 लाख का सोना तस्करी करने की फिराक में था, लेकिन गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सामने आया था कि इस गोल्ड आगे महंगे दामों पर सप्लाई करना था।आंकड़ों से समझेसाल गोल्ड बरामद 2019-20 51.73 2020-21 26.622021-22 53.672022-23 57.232024 40(नोट- गोल्ड किलो में)

Posted By: Inextlive