लोकसभा चुनाव में भी साथ मिलकर लड़ेंगे सपा-बसपा
- राज्यसभा चुनाव में बीएसपी प्रत्याशी की हार के बाद मायावती ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस
- बीजेपी पर ताबड़तोड़ हमले, सरकारी आतंक मचाने का लगाया आरोप द्यह्वष्द्मठ्ठश्र2@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ रुष्टयहृह्रङ्ख : राज्यसभा चुनाव में हार के बाद गठबंधन को लेकर जारी आशंकाओं और कयासों को बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को विराम दे दिया। सपा-बसपा के बीच नजदीकी में सबसे बड़ी बाधा गेस्ट हाउस कांड से उन्होंने अखिलेश यादव को क्लीन चिट दे दी वहीं, बीजेपी पर ताबड़तोड़ हमले किये। बीएसपी सुप्रीमो ने कहा कि सपा-बसपा पॉजिटिव एप्रोच के साथ 2019 के लोकसभा चुनाव में पूरी मजबूती से जुटेंगे। उन्होंने भविष्य में कांग्रेस से भी गठबंधन के संकेत दिये लेकिन, राष्ट्रीय लोकदल के साथ मेलजोल को लेकर चिंतन की जरूरत बताई। भयभीत बीजेपी ने की खरीद-फरोख्तराज्यसभा चुनाव के अगले ही दिन अपने आवास पर बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में मायावती ने कहा कि बसपा व सपा की नजदीकियों से भाजपा घबरा गई है। सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर भाजपा ने बसपा को हराने के लिए पूरी ताकत लगा दी। उन्होंने कहा कि राज्यसभा की 10 सीटों के लिए सपा-बसपा ने यह रणनीति बनाई थी कि भाजपा का नौवां प्रत्याशी न जीत सके। इसके लिए सपा ने अतिरिक्त नौ-दस वोट देने के लिए कहा था। इसके बदले पूर्व में फूलपुर व गोरखपुर उपचुनाव में बसपा ने सपा का सहयोग दिया। परिणाम इतना धमाकेदार निकला कि इसकी गूंज पूरे देश में सुनाई दी। मायावती ने कहा कि भयभीत होकर भाजपा ने राज्यसभा चुनाव में तोड़-फोड़ व खरीद-फरोख्त की राजनीति की। पीएम नरेन्द्र मोदी और सीएम योगी ने सरकारी आतंक मचाया। भाजपा ने धन्ना सेठ को जिताने के लिए सीबीआई, ईडी सहित सभी हथकंडे अपनाकर डर पैदा किया। इस कारण कुछ विधायकों ने डर के क्रॉस वोटिंग की। जो इस माहौल में भी नहीं डरे, उन्हें बधाई देती हूं।
बसपा के एक विधायक ने की दगाबाजी मायावती ने बसपा के पुरवा से विधायक अनिल सिंह का नाम लिए बगैर कहा कि बसपा के एक विधायक ने दगाबाजी की है। उसे पार्टी से निलंबित कर दिया गया है। उसने अंतरात्मा की आवाज पर नहीं बल्कि व्यावसायिक स्वार्थ की आत्मा के कारण दगाबाजी की। मायावती ने भाजपा की सहयोगी पार्टी सुभासपा के विधायक कैलाश नाथ सोनकर द्वारा बसपा को वोट देने के लिए उन्हें बधाई दी। कहा कि कैलाश सोनकर ने अंतरात्मा की आवाज पर भाजपा की घोर दलित विरोधी नीति के खिलाफ बसपा को वोट दिया है। कांग्रेस व सपा को कहा, शुक्रियामायावती ने कहा कि कांग्रेस के सातों विधायकों ने पूरी ईमानदारी से हमें वोट दिया है। सपा के भी सात वोट हमें मिले हैं। दोनों ही पार्टियों का तहे दिल से आभार जताती हूं। कांग्रेस पार्टी जब केंद्र की सत्ता में थी तब हमने उनको बिना शर्त समर्थन दिया था। जिस भी प्रदेश में हमारे विधायक हैं, वहां जरूरत पड़ने पर कांग्रेस का समर्थन करते हैं। कहा कि, रालोद का वोट उन्हें नहीं मिला। जानबूझकर उनकी पार्टी के विधायक का वोट अवैध कराया गया। उन्होंने मतपत्र में बसपा के साथ ही भाजपा प्रत्याशी के सामने एक लिख दिया। इस कारण उनका वोट रिजेक्ट हो गया। अब हमारी पार्टी रालोद के साथ भविष्य के रिश्तों के बारे में चिंतन करेगी।
बॉक्स हम पहले गठबंधन प्रत्याशी को जिताते मायावती ने कहा कि खुद भाजपा के ही लोग राजा भैया को कुंडा का गुंडा कहते थे। अखिलेश यादव को उसके मकड़जाल में नहीं फंसना चाहिए था। उन्हें हर कुर्बानी देकर गठबंधन प्रत्याशी को जिताना चाहिए था। यदि मैं सपा मुखिया अखिलेश यादव की जगह होती तो अपने प्रत्याशी के बजाय गठबंधन प्रत्याशी को पहले जिताती। बॉक्स अभी राजनीति में ज्यादा तजुर्बेकार नहीं हैं अखिलेशमायावती ने कहा कि अभी अखिलेश राजनीति में ज्यादा तजुर्बेकार नहीं हैं। उन्हें इसमें थोड़ा समय लगेगा। मैं बीजेपी एंड कंपनी को आगाह करना चाहती हूं कि बसपा और सपा की दोस्ती टूटेगी नही बल्कि और मजबूती से अब हम आगे लड़ेंगे।
बॉक्स आम चुनाव पर फोकस करेगी बसपा बसपा सुप्रीमो ने कहा कि आम लोकसभा चुनाव नजदीक हैं। पार्टी उस पर फोकस करेगी। संगठन को बूथ स्तर पर मजबूत करने में अपनी पूरी ताकत लगाएंगे। लोकसभा के आम चुनाव होने तक बसपा पूरे देश में किसी भी लोकसभा व विधानसभा के उपचुनाव में पूरे जी-जान से सक्रिय तौर पर कार्यकर्ताओं को नहीं लगायेगी। बॉक्स अखिलेश को क्लीन चिट, बीजेपी से सवालमायावती ने कहा कि बसपा व सपा की नजदीकियां तोड़ने के लिए भाजपा अनर्गल बयानबाजी कर रही है। भाजपाई आज गेस्ट हाउस कांड की याद दिला रहे हैं। जब गेस्ट हाउस कांड हुआ तब अखिलेश का राजनीति से लेना देना नहीं था इसलिए उन्हें दोषी ठहराना कतई उचित नहीं है। उन्होंने डीजीपी ओपी सिंह का नाम लिये बगैर कहा कि भाजपा ने उस अफसर को डीजीपी बना दिया जिसकी मौजूदगी में गेस्ट हाउस कांड हुआ। कहीं, भाजपा ने मेरी हत्या कराने के लिये तो ऐसे अफसर को डीजीपी नहीं बनाया है। कहा कि इससे पहले सहारनपुर के शब्बीरपुर में भी मेरी हत्या की साजिश रची गई थी।