एलडीए की ओर से जो सर्वे कराया गया है उसमें मुख्य फोकस उन एरियाज पर है जिनका विस्तारीकरण हो रहा है। इसकी वजह यह है कि आउटर एरिया में अवैध निर्माण और प्लॉटिंग धड़ल्ले से की जा रही है और लोग इस जाल में फंसकर अपनी गाढ़ी कमाई गंवा रहे हैैं।


लखनऊ (ब्यूरो)। अगर आप फैजाबाद रोड, सीतापुर रोड, कानपुर रोड के आसपास प्लॉट या कोई कॉमर्शियल प्रॉपर्टी खरीदने जा रहे हैैं तो जरा अलर्ट रहें। इसकी वजह यह है कि इन इलाकों में अवैध निर्माण जोरों पर है। यह बात हाल ही में एलडीए की ओर से कराए गए सर्वे में सामने आई है। अब एलडीए की ओर से उक्त अवैध निर्माणों पर शिकंजा कसने के लिए नए सिरे से रणनीति बनाने का काम शुरू कर दिया गया है और टीमें गठित की जा रही हैैं।यहां स्थिति चिंताजनक


एलडीए की ओर से जो सर्वे कराया गया है, उसमें मुख्य फोकस उन एरियाज पर है, जिनका विस्तारीकरण हो रहा है। इसकी वजह यह है कि आउटर एरिया में अवैध निर्माण और प्लॉटिंग धड़ल्ले से की जा रही है और लोग इस जाल में फंसकर अपनी गाढ़ी कमाई गंवा रहे हैैं। इसके साथ ही आउटर एरियाज में रो-हाउसेस को भी खासा डेवलप किया जा रहा है। इनमें से ज्यादातर एलडीए की नजर में अवैध हैैं। अब एलडीए ने इन सभी पर शिकंजा कसने का काम शुरू कर दिया है।कॉमर्शियल निर्माण कराए जा रहे

एलडीए की ओर से कराए गए सर्वे में यह जानकारी भी सामने आई है कि ज्यादातर निर्माण कॉमर्शियल कराए जा रहे हैैं, जिससे इनके माध्यम से मोटी कमाई की जा सके। इस मामले को एलडीए की ओर से खासा गंभीरता से लिया गया है। हैरानी की बात तो यह है कि ज्यादातर निर्माण 30 से 40 फीसदी हो चुके हैैं। ऐसे में अब इनके खिलाफ बिना समय गंवाए कार्रवाई शुरू की जा रही है ताकि अवैध निर्माणकर्ता जनता के साथ किसी भी प्रकार की ठगी न कर सकें।यहां मिले अवैध निर्माण व प्लॉट्सएलडीए रिपोर्ट के अनुसार, फैजाबाद रोड पर सबसे अधिक अवैध निर्माण चिन्हित किए गए हैैं। जबकि दूसरे नंबर पर सीतापुर रोड और तीसरे नंबर पर कानपुर रोड है। इसके साथ ही गोमती नगर विस्तार, जानकीपुरम विस्तार इत्यादि एरिया में भी अवैध निर्माण व अवैध प्लॉटिंग चिन्हित की गई है। इन सभी के खिलाफ ध्वस्तीकरण या सीलिंग की कार्रवाई की जाएगी।जोनवार की जाएगी कार्रवाईएलडीए की ओर से अपने सभी जोन में अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जा रही है। इसके लिए जोनवार टीमों का गठन किया जा रहा है। टीमों की ओर से ध्वस्तीकरण के साथ-साथ सीलिंग की कार्रवाई की जाएगी। वीसी की ओर से कार्रवाई के लिए समय भी निर्धारित किया जा रहा है।

जो भी अवैध निर्माण या प्लॉटिंग सामने आई हैैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस बाबत रूपरेखा तैयार की जा रही है। इसके साथ ही रो-हाउसेस को लेकर भी डिटेल रिपोर्ट तैयार की जा रही है।-डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, वीसी, एलडीएइस तरह बनेगी रिपोर्टएलडीए की ओर से तीन से चार बिंदुओं पर रो-हाउसेस को लेकर रिपोर्ट तैयार कराई जाएगी। अगर रो-हाउसेस उक्त बिंदुओं पर खरा उतरते हैैं तो उन्हें वैध माना जाएगा अन्यथा उन्हें अवैध घोषित किया जाएगा। एलडीए की ओर से देखा जाएगा कि ले आउट पास है या नहीं, लैैंड यूज क्या है और निर्माण के दौरान नियमों की अनदेखी तो नहीं हो रही।

Posted By: Inextlive