पुलिस ने नाराज कश्मीरी युवकों को शांत कराया और वकील ने सामान फेंकने वालों के खिलाफ लिखित तहरीर दी। घटनास्थल से एक कार भी पुलिस को मिली है जिसको लेकर कहा जा रहा है कि सामान फेंकने वाले हंगामा होने पर उसे छोड़कर भाग गए थे।


लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में ड्राई फ्रूट्स बेच कर अपनी पढ़ाई का खर्च निकालने वाले कश्मीरी युवकों ने कार सवार अज्ञात लोगों द्वारा उनका सामान गुरुवार दोपहर नदी में फेंके जाने पर आरोप लगाते हुए 1090 चौराहे के पास गोमती ओवर ब्रिज पर जमकर हंगामा किया। आरोप है कि पहले कार से आए एलडीए कर्मचारियों ने उनके साथ अभद्रता भी की। वहीं, एक ग्राहक, जो पेशे से वकील थे, ने जब इसका विरोध किया तो उनसे भी हाथापाई का प्रयास कर उनका सामान छीनते हुए नदी में फेंक दिया। हंगामा बढऩे पर हजरतगंज व गौतमपल्ली पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पर सामान फेंकने वाले वहां से गायब हो गए। पुलिस ने नाराज कश्मीरी युवकों को शांत कराया और वकील ने सामान फेंकने वालों के खिलाफ लिखित तहरीर दी। पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देकर मामला शांत कराया। घटनास्थल से एक कार भी पुलिस को मिली है, जिसको लेकर कहा जा रहा है कि सामान फेंकने वाले हंगामा होने पर उसे छोड़कर भाग गए थे।पुलिस ने हटने के लिए कहा


कश्मीर के कुलगाम में रहने वाले मोमिन ने बताया कि गुरुवार को वह रोज की तरह सामान बेच रहे थे। पहले पुलिस आई और उन्हें समान हटाने को कहा। कुछ देर बाद ही एक कार से कुछ लोग आए और खुद को नगर निगम व एलडीए का कर्मचारी बताते हुए उनका सामान गोमती नदी में फेंक दिया। वहां मौजूद एक वकील ने जब इसका विरोध किया तो वे उनसे भी भिड़ गए।फीस के लिए करते हैं बिजनेसएक अन्य कश्मीरी युवक आदिल ने कहा कि बीते दो महीनों से वह अपना सामान लखनऊ में बेच रहे हैं। वह कश्मीर में बीकॉम की पढ़ाई कर रहे हैं और फीस जमा करने के लिए हर साल ठंड में ड्राई फ्रूट्स बेचने लखनऊ आते हैं, लेकिन उनके साथ ऐसा सुलूक सभी नहीं हुआ। आदिल ने बताया कि उन्हें पुलिस ने कहा था कि लखनऊ में जी 20 और इन्वेस्टर समिट होना है। ऐसे में वहां दुकान नहीं लगानी है, इसलिए वह किनारे बैग में सब सामान रखे हुए थे, क्योंकि बस कुछ दिन ही वह और लखनऊ में रहने वाले हैं। वह चाहते थे कि उनका पूरा सामान बिक जाए।ड्राई फ्रूट्स फेंकने की बात से इंकार

डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि गोमती बंधे पर डेवलपमेंट का काम हो रहा था। इस दौरान लखनऊ विकास प्राधिकरण के कर्मचारी वहां पर ड्राई फ्रूट्स बेचने वाले कश्मीरी युवकों को हटने के लिए कह चुके थे। इसके बावजूद वे लड़के वहां से हटे नहीं, जिस कारण एलडीए कर्मचारी दोबारा वहां पर उन्हें हटाने गए थे। इसी दौरान एक अधिवक्ता ने इसका विरोध किया था और उनसे मारपीट करने लगे। डीसीपी मध्य ने कहा कि अब तक ड्राई फ्रूट्स नदी में फेंकने जैसी कोई बात सामने नहीं आई है।

Posted By: Inextlive