चैत्र नवरात्रि पर शुक्रवार से घरों में कलश स्थापना
- राजधानी के देवी मंदिरों में साज-सज्जा व सफाई का काम अंतिम दौर में
- भक्तों की सुविधा के लिये मंदिरों में विशेष इंतजाम LUCKNOW: चैत्र नवरात्रि प्रतिपदा पर शुक्रवार से आदि शक्ति मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-अनुष्ठान शुरू होगा। इसके लिये राजधानी के सभी देवी मंदिरों में साफ-सफाई व साज-सज्जा का काम अंतिम दौर में पहुंच चुका है। नवरात्रि के दौरान मंदिरों में आने वाले भक्तों को कोई दिक्कत न पेश आए, इसके लिये कमेटियां विभिन्न इंतजाम कर रही हैं। एक तिथि की हानि होने की वजह से इस बार नवरात्रि आठ दिन के होंगे। नवरात्रि का समापन शनिवार 16 अप्रैल को होगा। कलश स्थापना का मुहूर्तआचार्य पं। राजनारायण पांडेय ने बताया कि इस बार कलश स्थापना के तीन शुभ मुहूर्त हैं। शुक्रवार को सुबह 6.07 मिनट से 9.15 बजे तक, अभिजीत मुहूर्त पूर्वान्ह 11.30 बजे से अपरान्ह 12.29 बजे तक और अपरान्ह 12.49 बजे से लेकर दोपहर 1.57 बजे तक कलश की स्थापना की जा सकेगी। उन्होंने बताया कि वैसे तो कलश स्थापना के तीन मुहूर्त शुभ हैं, लेकिन इनमें से अभिजीत मुहूर्त में कलश स्थापना का सर्वोत्तम योग है। अष्टमी गुरुवार 14 अप्रैल को होगी। इस दिन श्रद्धालु मां के महागौरी रूप की आराधना करते हैं। श्रीराम नवमी पर्व शुक्रवार 15 अप्रैल को मनाया जाएगा। वहीं, कन्या भोज के लिये शनिवार 16 अप्रैल का दिन शुभ होगा।
इन मंदिरों में होंगे विशेष आयोजन -श्री दुर्गा मंदिर, शास्त्री नगर -श्री शीतला माता मंदिर, राजाजीपुरम -श्री काली बाड़ी, घसियारी मंडी -श्री बड़ी कालीजी मंदिर, चौपिटया -श्री छोटी कालीजी मंदिर, चौक -श्री भुइयन देवी मंदिर, छितवापुर