सुफियान बैटरी ई-रिक्शा की मरम्मत का काम करते हैं। उन्हें लग्जरी व स्पोट्र्स गाड़ी का क्रेज है। उनकी मनपसंद गाड़ी थार है। हालांकि उसे खरीदने के लिए उनके पास पैसा नहीं था। पर अपने शौक के चलते उन्होंने ई-रिक्शा के महज तीन पाट्र्स की मदद से मिनी थार बना दी।


लखनऊ (ब्यूरो)। सच ही कहते हैं, 'जुगाड़' के मामले में इंडिया को कोई टक्कर नहीं दे सकता। जुगाड़ से क्या नहीं हो सकता, फिर चाहे आम आदमी की जिंदगी में बदलाव लाने की बात हो या रोड पर दौड़ाने वाली महंगी लग्जरी कार को सस्ते में बनाना। थार गाड़ी का क्रेज बहुत से युवाओं में है, पर उसे खरीद पाना हर किसी के लिए संभव नहीं है। कुछ ऐसा ही शौक था चिनहट में रहने वाले सुफियान का। हालांकि, जब बजट उनके आड़े आया, तो उन्होंने महज 2 लाख 20 हजार रुपये में ही एक 'मिनी थार' गाड़ी बना डाली। यह गाड़ी जब रोड पर दौड़ती है तो हर किसी की निगाह उस पर टिक जाती है। सुफियान की यह गाड़ी अब लोगों की बीच चर्चा में है।पांच माह का समय लगा
सुफियान बैटरी ई-रिक्शा की मरम्मत का काम करते हैं। उन्हें लग्जरी व स्पोट्र्स गाड़ी का क्रेज है। उनकी मनपसंद गाड़ी थार है। हालांकि, उसे खरीदने के लिए उनके पास पैसा नहीं था। पर अपने शौक के चलते उन्होंने ई-रिक्शा के महज तीन पाट्र्स की मदद से मिनी थार बना दी। इसे बनाने में उन्हें पूरे पांच माह का समय लगा। मिनी थार में सबसे महंगी है उसकी बैटरी, जिसकी कीमत 1 लाख 20 हजार है। इसे ई-रिक्शा में यूज किया जाता है। सुफियान ने ई-रिक्शा की बैटरी, मोटर कंट्रोलर और डिस्प्रेंसर का यूज कर थार जैसे लुक वाली गाड़ी बना दी। इसे थार जैसा लुक देने के लिए उन्हें कुल 2 लाख 20 हजार रुपये खर्च करने पड़े।फुल चार्ज होने पर 120 किमी दौड़ती हैहजरतगंज में जब सुफियान अपने दोस्त के साथ मिनी थार दौड़ा रहे थे, तो हर किसी की निगाह उनकी गाड़ी पर थी। पुलिस वालों ने भी उसे रोक कर उनकी गाड़ी के बारे में पूछा। कई लोग तो गाड़ी के साथ सेल्फी भी ले रहे थे। उन्होंने अपनी डार्क ग्रीन कलर की इस गाड़ी पर 'मिनी थार' और अपना नाम लिखा रखा है। सुफियान ने बताया कि एक बार फुल चार्ज करने पर यह 120 किमी तक चलती है। सुफियान अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ इस गाड़ी में ही अक्सर रिश्तेदारों के यहां घूमने जाते हैं। उनका कहना है कि वह मांगने पर किसी को भी अपनी गाड़ी नहीं देते हैं। वह इससे बहुत प्यार करते हैं।

Posted By: Inextlive