पुलिस विभाग में आरक्षी पुलिस के कुल 534 पदों पर कुशल खिलाडिय़ों की सीधी भर्ती के लिए 28 सितंबर 2022 को विज्ञप्ति निकाली गई थी। जिसमें खेल की कुल 22 विभिन्न विधाओं के खिलाडिय़ों से आवेदन मांगे गए थे।


लखनऊ (ब्यूरो)। स्पोर्ट्स कोटे में फेक डॉक्यूमेंट्स लगाकर युवक सिपाही बन गया। प्रमाण पत्र के सत्यापन में इसका खुलासा हुआ तो भर्ती बोर्ड के डिप्टी एसपी ने सिपाही के खिलाफ हुसैनगंज थाना में केस दर्ज कराया है। यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के डिप्टी एसपी ने हुसैनगंज थाने में बागपत निवासी उज्जवल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। आरोप है कि उसने स्पोट्र्स कोटे के लिए निकाली गई आरक्षी भर्ती में इंडियन वेटलिफ्टिंग फेडरेशन, नोएडा द्वारा जारी किया गया प्रमाण पत्र जमा किया था, जो सत्यापन के दौरान जांच में फर्जी पाया गया था।534 पदों पर खिलाडिय़ों की भर्ती
यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के डिप्टी एसपी दीप चंद यादव ने बताया कि पुलिस विभाग में आरक्षी पुलिस के कुल 534 पदों पर कुशल खिलाडिय़ों की सीधी भर्ती के लिए 28 सितंबर 2022 को विज्ञप्ति निकाली गई थी। जिसमें खेल की कुल 22 विभिन्न विधाओं के खिलाडिय़ों से आवेदन मांगे गए थे। इसमें इंटरनेशनल व भारतीय ओलम्पिक संघ एवं उससे मान्यता प्राप्त खेल परिसंघ द्वारा आयोजित सीनियर या जूनियर प्रतियोगिताओं या अखिल भारतीय पुलिस खेल प्रतियोगिताओं या अखिल भारतीय विश्वविद्यालय संघ द्वारा मान्यता प्राप्त अखिल भारतीय विश्वविद्यालय प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग लेने की योग्यता मांगी गई थी। इसके बाद 16 व 17 फरवरी 2023 को आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों के दस्तावेजों के सत्यापन के लिए स्पोट्र्स ऑथोरिटी ऑफ इंडिया, लखनऊ में बुलाया गया था। इस दौरान अभ्यर्थियों का खेल परीक्षण और प्रमाणपत्रों का सत्यापन किया गया था।फेडरेशन ने प्रमाण पत्र जारी करने से किया इंकारडिप्टी एसपी ने बताया कि सत्यापन और खेल परीक्षण के दौरान बागपत निवासी अभ्यर्थी उज्जवल ने भी परीक्षण पास किया और उसके सभी प्रमाणपत्रों का सत्यापन भी सफल हुआ। उज्जवल ने एथलेटिक्स विधा के अंतर्गत वेटलिफ्टिंग में प्रतिभाग करने का इंडियन वेटलिफ्टिंग फेडरेशन, नोएडा द्वारा जारी प्रमाण पत्र के आधार पर आवेदन किया गया था। जिसके आधार पर उज्जवल को प्रमाण पत्रों की समीक्षा के बाद कौशल परीक्षण में सम्मिलित किया गया, जिसमें यह सफल रहा। पर जब इस प्रमाण पत्र को सत्यापन के लिए संबंधित संस्था को भेजा गया तो फेडरेशन में उससे संबंधित कोई भी प्रमाण पत्र निर्गत न किए जाने की बात कहीं। जांच करने पर सामने आया कि आरोपी अभ्यर्थी ने पुलिस में नौकरी पाने के लिए जाली प्रमाण पत्र जमा किया था। हुसैनगंज थाना प्रभारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि जालसाज अभ्यर्थी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।

Posted By: Inextlive