गोमतीनगर की हवा शुद्ध, लालबाग दूसरे नंबर पर
- तालकटोरा एरिया की हवा की गुणवत्ता में लगातार सुधार
-सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के आंकड़ों से सच आया सामने LUCKNOW लॉकडाउन में जहां शहर की हवा की गुणवत्ता खासी बेहतर रही थी, वहीं लगभग सबकुछ अनलॉक होने के बाद भी हवा की गुणवत्ता खासी बेहतर बनी हुई है। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के आंकड़ों पर गौर फरमाए तो साफ है कि एक अगस्त से लेकर 14 अगस्त तक गोमती नगर की हवा खासी बेहतर रही है जबकि दूसरे नंबर पर लालबाग एरिया है, वहीं तीसरे नंबर पर तालकटोरा एरिया है। हमेशा एक्यू्आई ज्यादा तालकटोरा एरिया की बात की जाए तो इस एरिया का एक्यूआई लेवल सबसे अधिक रहता था। इसकी वजह थी यहां पर चलने वाली फैक्ट्रियां और आरा मशीनें। चूंकि अभी पूरी तरह से फैक्ट्रियां और आरा मशीनें फोर्स में नहीं आ पाई हैं, इसकी वजह से हवा की गुणवत्ता खासी बेहतर बनी हुई है।100 के ऊपर एक्यूआई नहीं
गोमती नगर एरिया में एक्यूआई लेवल खासा बेहतर बना हुआ है। पिछले 14 दिन में एक बार भी एक्यूआई लेवल 100 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर के ऊपर नहीं गया है। इस एरिया में अधिकतम एक्यूआई 68 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रहा है, जो चार अगस्त को दर्ज किया गया है। लालबाग भी बेहतर स्थिति मेंतालकटोरा के बाद लालबाग एरिया में सबसे अधिक एक्यूआई लेवल रहता था। पिछले 14 दिन में यहां का एक्यूआई लेवल भी खासा बेहतर रहा है। इस एरिया का अधिकतम एक्यूआई 148 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रहा है, जो एक अगस्त को दर्ज किया गया है। इसके बाद यहां का एक्यूआई ज्यादातर दिनों में 100 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर के अंदर ही रहा है।
एरिया वाइस एक्यूआई 14 अगस्त गोमतीनगर-43 लालबाग-58 तालकटोरा-75 13 अगस्त गोमती नगर.48 लालबाग.44 तालकटोरा.48 12 अगस्त गोमती नगर.50 लालबाग.96 तालकटोरा.74 11 अगस्त गोमती नगर.50 लालबाग.100 10 अगस्त गोमती नगर.51 लालबाग.113 तालकटोरा.110 9 अगस्त गोमती नगर.47 लालबाग.120 तालकटोरा.102 8 अगस्त गोमती नगर.60 लालबाग.137 तालकटोरा.99 7 अगस्त गोमती नगर.50 लालबाग.73 तालकटोरा.76 6 अगस्त गोमती नगर.51 लालबाग.81 तालकटोरा.76 5 अगस्त गोमती नगर.44 लालबाग.79 तालकटोरा.76 4 अगस्त गोमती नगर.68 लालबाग.64 तालकटोरा.69 3 अगस्त गोमती नगर.58 तालकटोरा.54 2 अगस्त गोमती नगर.62 लालबाग.104 तालकटोरा.66 1 अगस्त गोमती नगर.51 लालबाग.148 तालकटोरा.65 (आंकड़े माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर में हैं.) 14 दिनों का ओवरऑल एक्यूआई 1 अगस्त-80 2 अगस्त-68 3 अगस्त-54 4 अगस्त-63 5 अगस्त-64 6 अगस्त-70 7 अगस्त-77 8 अगस्त-92 9 अगस्त-92 10 अगस्त-84 11 अगस्त-71 12 अगस्त-73 13 अगस्त-74 14 अगस्त-96 100 के ऊपर एक्यूआई नहींअब अगर पूरे लखनऊ की बात की जाए तो एक्यूआई लेवल खासा बेहतर रहा है। एक अगस्त से लेकर 14 अगस्त तक एक बार भी एक्यूआई लेवल 100 के ऊपर नहीं गया है। अधिकतम एक्यूआई 96 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रहा है, जो 14 अगस्त को ही दर्ज किया गया है। इससे खुद अंदाजा लगाया जा सकता है कि पिछले साल गैस चेंबर बनने के करीब राजधानी की हवा की गुणवत्ता फिलहाल बेहतर बनी हुई है।
एयर क्वालिटी बेहतर होने की 3 वजह 1-व्हीकल मूवमेंट-अनलॉक वन में अभी व्हीकल लोड बहुत अधिक नहीं बढ़ा है। इसकी वजह से एयर क्वालिटी बनी हुई है। वहीं लोग खुद भी अवेयर हो चुके हैं। जरूरत पड़ने पर ही व्हीकल सड़क पर उतार रहे हैं। 2-खुले में कूड़ा जलाना-इस प्रवृत्ति में भी खासी रोक लगती हुई नजर आ रही है। पहले जहां हर जोन में इस तरह की कंपलेन सामने आती थी, वहीं अब फिलहाल स्थिति में सुधार हुआ है। 3-दो दिन का लॉकडाउन-इस व्यवस्था के मद्देनजर भी हवा की गुणवत्ता में खासा सुधार हुआ है। अगर किसी दिन व्हीकल लोड बढ़ भी जाता है तो इन दो दिनों में स्थिति फिर से सामान्य हो जाती है। वर्जनपर्यावरण स्वच्छ होने का सीधा फायदा पब्लिक हेल्थ को मिल रहा है। पॉल्यूशन कम होने से चेस्ट इत्यादि बीमारियों के पेशेंट में कमी आई है।
डॉ। एके गुप्ता, सीनियर चेस्ट फिजिशियन, बलरामपुर अस्पताल अपील एक्यूआई लेवल बेहतर रहे, इसके लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे। निगम प्रशासन की ओर से पौधरोपण कराए जाने पर फोकस किया जा रहा है, जिससे एक्यूआई लेवल कंट्रोल में रहे। डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त अपील निश्चित रूप से राजधानी का एक्यूआई लेवल बेहतर है। इस स्थिति को बनाए रखने के लिए हर स्तर पर प्रयास जरूरी हैं। पर्यावरण स्वच्छता के प्रति पब्लिक भी खासी जागरुक हुई है। अभिषेक प्रकाश, डीएम अपील पहले कभी राजधानी गैस चेंबर बनने के करीब थी लेकिन अब हवा बेहद शुद्ध हुई है। यही स्थिति बनी रहे, इसके लिए हम सभी को पौधरोपण पर खासा फोकस करना होगा। डॉ। अनिल रस्तोगी, वरिष्ठ रंगकर्मी