Global Handwashing Day 2024: ज्यादातर बच्चों के बीमार होने की वजह उनके द्वारा अपने हाथों को सही से साफ न किया जाना है। अगर बच्चे सही से और नियमित रूप से हैैंडवॉश करें तो डायरिया पीलिया समेत 80 बीमारियों से बचा जा सकता है।


लखनऊ (ब्यूरो)। ज्यादातर बच्चों के बीमार होने की वजह उनके द्वारा अपने हाथों को सही से साफ न किया जाना है। अगर बच्चे सही से और नियमित रूप से हैैंडवॉश करें तो डायरिया, पीलिया समेत 80 बीमारियों से बचा जा सकता है। लोहिया या पीजीआई के ज्यादातर ओपीडी में ऐसे बच्चे ज्यादा सामने आते हैैं, जो पेट में कीटाणु जाने की वजह से किसी न किसी इंफेक्शन का शिकार होते हैं। डॉक्टर्स का मानना है कि बच्चे सही से हैैंडवॉश करें, इसकी जिम्मेदारी पैरेंट्स की भी है।खाने से पहले जरूर हाथ धोएं
डॉक्टर्स का मानना है कि ज्यादातर बच्चे खाना खाने से पहले हाथ नहीं धोते हैैं या फिर हाथ धोने के नाम पर खानापूर्ति करते हैं। जब वे गंदे हाथों से भोजन करते हैैं तो कीटाणु उनके पेट में चले जाते हैैं, जिसकी वजह से वो पेट संबंधी बीमारियों का शिकार हो जाते हैैं। उल्टी-दस्त संबंधी मामले भी सामने आते हैैं। ऐसे में बच्चों को भोजन करने से पहले साबुन से अच्छे तरीके से हाथ धोने चाहिए।नाखुनों की सफाई पर ध्यान


पैरेंट्स को अपने बच्चों के हाथों के नाखूनों की सफाई पर भी ध्यान देना चाहिए। अगर नाखून बड़े हैैं तो उसमें कीटाणु होने की संभावना भी अधिक रहती है। ऐसे में अगर बच्चा सही से हैैंडवॉश नहीं करता है तो नाखुन में छिपे कीटाणु भोजन के साथ बच्चे के शरीर में प्रवेश कर जाता है। ऐसे में बच्चा स्किन प्रॉब्लम या तेज फीवर की चपेट में आ सकता है। बारिश के मौसम में तो इस तरफ विशेष ध्यान देने की जरूरत है।बच्चे अगर नियमित तौर से हैंड वॉश करें तो डायरिया, पीलिया व हैजा जैसी 80 प्रतिशत बीमारियों से बचा जा सकता है। बच्चों के नाखून जरूर काट कर रखें क्योंकि सबसे ज्यादा गंदगी उसी में होती है और हाथ में धोने की वजह से वह कीटाणु पेट में जाते हैं जिससे पेट की कई समस्याएं हो सकती हैं।डॉ। श्रीकेश सिंह, सीएमएस, मातृ शिशु रेफरल अस्पताल, लोहिया संस्थानओपीडी में जो बच्चे आते हैैं, उनमें से 30 फीसदी बच्चे पेट से रिलेटेड समस्याओं से जुड़े होते हैैं। यह बात भी सामने आती है कि ज्यादातर वही बच्चे पेट संबंधी बीमारियों की चपेट में आते हैैं, जो सही से हैैंडवॉश नहीं करते हैैं और अपने हाथों को गंदा रखते हैैं।डॉ। उज्जवल पोद्दार, पेडियाट्रिक गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट, पीजीआई

Posted By: Inextlive