आठ जिलों में खुलेंगे मेडिकल कॉलेज
- जिला अस्पताल फैजाबाद, बस्ती, बहराइच, शाहजहांपुर, फिरोजाबाद को अपग्रेड कर मेडिकल कालेज खोले जाने के प्रस्ताव
LUCKNOW: मुख्य सचिव आलोक रंजन ने चिकित्सकों की कमी को दूर करने के लिए प्रदेश में संचालित 13 मेडिकल कालेजों के अलावा जौनपुर, चन्दौली व बिजनौर के नजीबाबाद में नये मेडिकल कालेज खोलने के लिए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए है। साथ ही जिला अस्पताल फैजाबाद, बस्ती, बहराइच, शाहजहांपुर, फिरोजाबाद को अपग्रेड कर मेडिकल कालेज खोले जाने के प्रस्ताव पर जल्द कार्यवाही करने को कहा है। इसके अलावा लखनऊ मे स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के लिए जरूरी कदम उठाये जाएंगे। मेडिकल कॉलेजों में बढ़ेंगी सीटेंमुख्य सचिव ने मेडिकल कालेजों में 1740 एमबीबीएस सीटें, 751 पीजी एवं 112 सुपर स्पेशियालिटी (डीएम/एमसीएस) सीटों को बढ़ाने तथा खोले जाने वाले नये प्रत्येक मेडिकल कालेज में सौ-सौ सीटों की व्यवस्था कराने के भी निर्देश दिये है। उन्होंने चिकित्सा विश्वविद्यालय ग्रेटर नोएडा में 150 सीटें व लोहिया मेडिकल संस्थान लखनऊ में 150 सीटों में आगामी सत्र से ही पढ़ाई शुरू कराने के लिए आवश्यक कार्यवाही करने को कहा है। मुख्य सचिव शुक्रवार को चिकित्सा विभाग की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने डेंगू, स्वाइन फ्लू की जांच की सुविधा प्रदेश के समस्त मेडिकल कालेजों में कराने के लिए आवश्यक उपकरण एवं स्टाफ की व्यवस्था सुनिश्चित कराने को कहा।
ट्रामा सेंटर की क्षमता बढ़ेगी मुख्य सचिव ने लखनऊ में नवनिर्मित संचालित ट्रामा सेन्टर की 30 बेड की क्षमता को 180 बेड करने के निर्देश भी दिए है। वहीं लखनऊ में निर्माणाधीन कैंसर अस्पताल का ओपीडी एवं रेडियोलॉजी विभाग को आगामी दिसम्बर माह से प्रारम्भ कराने के लिए तैयारियां पूरी कर लेने को कहा है। पीजीआई, लखनऊ व मेडिकल कालेज, झांसी में टर्शरी केयर कैंसर केन्द्र एवं बोनमैरोट्रान्स प्लान्ट यूनिट क्त्रियाशील कराने के लिए आगामी 31 मार्च तक वित्तीय स्वीकृति निर्गत करने के उन्होंने निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्रदेश के उच्च शिक्षण संस्थानो में शोध कायरें को प्रोत्साहित करने हेतु लैबोरेटरी एवं आनलाइन जनरल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये ताकि रिसर्च करने हेतु छात्रों एवं अध्यापकों को बेहतर सुविधा उपलब्ध हो सके। बैठक में प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डा। अनूप चन्द्र पाण्डेय सहित स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी तथा पीजीआई एवं राम मनोहर लोहिया संस्थान सहित अन्य संस्थानों के वरिष्ठ चिकित्सक उपस्थित थे।