Dengue in Lucknow: डेंगू का नाम सुनते ही लोग घबरा जाते हैं। उनका घबराना लाजिमी भी है क्योंकि यह बीमारी कई बार जानलेवा तक साबित हो जाती है। ऐेसे में सभी के मन में यही सवाल उठता है कि क्या टीबी की तरह ही डेंगू का भी खात्मा नहीं किया सकता?


लखनऊ (ब्यूरो)। डेंगू का नाम सुनते ही लोग घबरा जाते हैं। उनका घबराना लाजिमी भी है क्योंकि यह बीमारी कई बार जानलेवा तक साबित हो जाती है। ऐेसे में, सभी के मन में यही सवाल उठता है कि क्या टीबी की तरह ही डेंगू का भी खात्मा नहीं किया सकता? बता दें कि ऐसा संभव है, बस इसके लिए सिस्टम को अपनी जिम्मेदारी समझने के साथ ही जनता को भी कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ना होगा। एक तरफ जहां सिस्टम को ब्रीडिंग साइट्स को समाप्त करने के साथ ही वॉटर लॉगिंग की समस्या को जड़ से समाप्त करना होगा, वहीं पब्लिक को भी अवेयरनेस दिखानी होगी। संयुक्त रूप से किए गए प्रयास का पॉजिटिव रिजल्ट जरूर सामने आएगा।सभी की फोटोइस लापरवाही को खत्म करना होगा


1-वेस्ट के ढेर-राजधानी में कई प्वाइंट्स पर वेस्ट के ढेर आसानी से देखे जा सकते हैैं। नगर निगम की ओर से शत प्रतिशत वेस्ट कलेक्शन का दावा तो किया जाता है, लेकिन प्रमुख मार्गों के साथ-साथ गली मोहल्लों में रोड साइड वेस्ट के ढेर देखने को मिल जाते हैैं। वेस्ट के ढेर लगे होने से मच्छर पनपते हैैं, जिसके भयावह परिणाम के रूप में डेंगू जैसी बीमारी सामने आती है।

2-वॉटर लॉगिंग- कई इलाकों, खासकर पुराने एरियाज से वॉटर लॉगिंग की शिकायत सामने आती है। बारिश होने के बाद तो स्थिति और भी ज्यादा भयावह हो जाती है। फैजुल्लागंज, इस्माइलगंज, सरोजनीनगर समेत कई इलाकों में लोग घरों में कैद हो जाते हैैं। वॉटर लॉगिंग की वजह से मच्छरों की ब्रीडिंग तेजी से होती है, जिसकी वजह से बीमारियां फैलती हैैं।3-नालों में गंदगी-नगर निगम हर साल नाला सफाई में लाखों रुपये खर्च करता है, इसके बावजूद कई इलाकों में नालों में गंदगी नजर आती है। इसके लिए सिस्टम के साथ पब्लिक भी जिम्मेदार है। वजीरबाग के दरी वाले मोहल्ले में जाकर इसकी सच्चाई देखी जा सकती है।इस तरह मिल सकती है राहत1-कम्युनिटी क्लीनिंग-निगम की ओर से कम्युनिटी क्लीनिंग पर फोकस करना होगा साथ ही डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन के प्रतिशत को 65 से 90 प्रतिशत ले जाना होगा। कलेक्ट होने वाले वेस्ट के शत प्रतिशत निस्तारण पर भी फोकस करना होगा।कार्ययोजना-निगम की ओर से 100 प्रतिशत वेस्ट कलेक्शन पर फोकस करने के साथ ही सफाई कर्मियों का एरियावाइज ग्रुप बनाया जा रहा है। शिवरी प्लांट में वेस्ट निस्तारण पर फोकस किया जा रहा है।

2-फॉगिंग-नगर निगम की ओर से सभी मोहल्लों में रोस्टर वाइज फॉगिंग कराए जाने की जरूरत है। इसके साथ ही एंटी लार्वा छिड़काव भी कराया जाना चाहिए।कार्ययोजना-फॉगिंग के लिए रोस्टर बन चुका है और फॉगिंग हो रही है। तंग गलियों में छोटी मशीनों से फॉगिंग कराई जा रही है।3-एंटी लार्वा छिड़काव-फॉगिंग के साथ ही एंटी लार्वा का छिड़काव भी कराया जाना बेहद जरूरी है, खासकर उन प्वाइंट्स पर जहां पर वॉटर लॉगिंग या वेस्ट के ढेर लगे हुए हैैं।कार्ययोजना-निगम प्रशासन की ओर से एंटी लार्वा छिड़काव के लिए 25 से अधिक टीमें गठित की गई हैैं। नियमित रूप से जोनवार मॉनीटरिंग रिपोर्ट भी बन रही है।अवेयरनेस पर देना होगा ध्यानडेंगू के खात्मे के लिए स्कूलों से लेकर सोसाइटी तक में जागरूकता लाए जाने की बेहद जरूरत है। नगर निगम की ओर से वर्तमान समय में डोर टू डोर कैंपेन चलाया जा रहा है। जिसके अंतर्गत लोगों को संक्रामक बीमारियों से बचाव संबंधी जानकारी दी जा रही है। लोगों को बताया जा रहा है कि डेंगू व अन्य संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिए क्या कदम उठाए जाने चाहिए। स्कूलों में भी जागरूकता कैंपेन आयोजित किए जा रहे हैैं। नगर आयुक्त की ओर से खुद अवेयरनेस कैंपेन की मॉनीटरिंग की जा रही है।डेंगू केसेस एक नजर में2449 केस सामने आए जनवरी से अब तक
01 भी मौत नहीं हुई डेंगू से20 से अधिक हॉट स्पॉट बनते राजधानी मेंवेस्ट मैनेजमेंट पर देना होगा ध्यानपब्लिक को भी सबसे पहले वेस्ट मैनेजमेंट पर ध्यान देना होगा। घरों से निकलने वाले वेस्ट के निस्तारण की प्रक्रिया को समझना होगा। सूखे वेस्ट को निगम की गाड़ियों में डालना होगा, वहीं गीले वेस्ट को री यूज करना होगा। अभी तो स्थिति बेहद चिंताजनक है। इस तरह समझें06 लाख 50 हजार भवन स्वामी शहर में75 फीसदी भवन स्वामी वेस्ट मैनेजमेंट नहीं करते10 फीसदी लोग गीले वेस्ट को रीयूज करते हैैं15 फीसदी लोग वेस्ट को खुले में फेंक देते हैैंबोले जिम्मेदारलोगों को डेंगू व अन्य संक्रामक बीमारियों से बचाव संबंधी जानकारी देने के लिए जोनवार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके साथ ही अगर कहीं रोड साइड वेस्ट के ढेर लगे हैैं या वॉटर लॉगिंग की प्रॉब्लम है तो उसका भी निस्तारण कराया जा रहा है।इंद्रजीत सिंह, नगर आयुक्तडेंगू की रोकथाम के लिए टीमों द्वारा वार्डवाइज निरीक्षण कराया जा रहा है साथ ही एंटी लार्वा छिड़काव भी हो रहा है। पब्लिक को भी अवेयर किया जा रहा है।डॉ। एनबी सिंह, सीएमओबोली पब्लिक
अवेयरनेस के माध्यम से डेंगू को हराया जा सकता है। सिस्टम के साथ पब्लिक को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी।धर्मेंद्र सिन्हावेस्ट मैनेजमेंट और वॉटर लॉगिंग की समस्या को समाप्त करके डेंगू को समाप्त किया जा सकता है। निगम को ध्यान देना होगा।देवेंद्र श्रीवास्तवकई बार देखने में आता है कि एरिया में नियमित रूप से सफाई नहीं होती। इस व्यवस्था में तत्काल बदलाव लाना होगा।हेमा खत्रीसभी गलियों में फॉगिंग करानी होगी साथ ही एंटी लार्वा छिड़काव भी कराए जाने की जरूरत है। पब्लिक भी रोड पर वेस्ट न फेंके।पुष्पा मिश्रा

Posted By: Inextlive