- शहर में 20 से अधिक पुलिस चौकियां बनी हैं फुटपाथ या डिवाइडर पर

- अमीनाबाद पुलिस चौकी तोड़ने के आदेश पर पुलिस महकमे में मचा हड़कंप

- नगर निगम ने शुरू कराया सर्वे, रिपोर्ट मिलने के बाद शुरू होगी कार्रवाई

फैक्ट फाइल

- शहर में ऐसी 20 से अधिक चौकियां हैं, जो कि अवैध रूप से जमीन पर कब्जा कर बनाई गई हैं

- इनमें सर्वाधिक पुलिस चौकियां ट्रांसगोमती इलाके में स्थित

- नगर निगम ने अवैध ढंग से बनाई गई ऐसी पुलिस चौकियों का सर्वे शुरू कराया

- जबरन बनाई गई इन पुलिस चौकियों पर तमाम व्यापारी संगठनों ने की थी आपत्ति

LUCKNOW (19 Jan):

राजधानी की सड़कों पर मनमर्जी से खड़ी कर ली गई पुलिस चौकियों पर खतरा मंडराने लगा है। अमीनाबाद चौराहे पर बीचोबीच बनाई गई दो मंजिला पुलिस चौकी को हटाने का नोटिस मिलने से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। दरअसल, शहर में विभिन्न थानाक्षेत्रों में 20 से अधिक पुलिस चौकियां इसी तरह सड़क के बीचोबीच डिवाइडर पर या फुटपाथ पर जमीन घेरकर बना ली गई हैं। अब नगर निगम ने अवैध ढंग से बनाई गई ऐसी पुलिस चौकियों का सर्वे शुरू कराया है। सर्वे रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई की तैयारी है।

कहीं पक्की तो कहीं बूथ

राजधानी की जनसंख्या बढ़ने के साथ-साथ पुलिस चौकियों की संख्या में भी इजाफा किया गया। पर, इन चौकियों के लिये न तो पुलिस के पास जमीन थी और न ही जिम्मेदार विभाग जमीन देने को तैयार थे। लिहाजा, पुलिस ने अपनी सुविधानुसार तमाम भीड़भाड़ वाली जगहों पर स्थित डिवाइडर या फुटपाथ पर यह चौकियां स्थापित कर लीं। कहीं यह चौकियां पक्की बनाई गई तो कहीं पर अस्थायी बूथ तैयार कर काम चलाया जा रहा है।

नगर निगम ने शुरू कराया सर्वे

भीड़भाड़ वाली जगहों पर जमीन घेरकर जबरन बनाई गई इन पुलिस चौकियों पर तमाम व्यापारी संगठनों की आपत्ति पर नगर निगम ने जोनल अधिकारियों से सर्वे शुरू कराया है। सूत्रों के मुताबिक, सभी जोनल अधिकारियों से उनके क्षेत्रों में सड़क या फुटपाथ पर मौजूद पुलिस चौकियों की फोटो के साथ विस्तृत रिपोर्ट तलब की गई है। रिपोर्ट में उन चौकियों से ट्रैफिक में पड़ने वाली बाधा के बारे में भी जानकारी मांगी गई है।

बॉक्सअमीनाबाद पुलिस चौकी की फोटो लगाएं।

अमीनाबाद पुलिस चौकी हटाने का नोटिस

अमीनाबाद चौराहे पर सड़क के बीचो-बीच वर्षो से एंगल व टीन से अस्थायी बूथ बनाकर चौकी संचालित हो रही थी। पर, कुछ माह पहले ही इस चौकी पर एलआईजी मकान जैसा दो मंजिला भवन खड़ा कर दिया गया। करीब 53 वर्गमीटर में बनाई गई इस चौकी में कमरा, टॉयलेट और बाहर की तरफ यूरिनल, सीढ़ी व बरामदा है। जबकि, पहली मंजिल पर एक कमरा और बालकनी बनाई गई है। इस पुलिस चौकी का व्यापारी संगठनों ने विरोध किया लेकिन, मामला पुलिस का होने की वजह से नगर निगम अधिकारियों ने चुप्पी साधे रखी। हालांकि, व्यापारियों ने जब इसकी शिकायत एक मंत्री से की जिसके बाद नगर निगम हरकत में आया और जोन 1 के जोनल अभियंता ने इंस्पेक्टर अमीनाबाद को नोटिस जारी किया है। इस नोटिस में पुलिस चौकी के अवैध निर्माण को 15 दिन में हटाने का निर्देश दिया है।

वर्जन।

शहर में सड़कों पर बनाई गई पुलिस चौकियों के सर्वे के लिये जोनल अधिकारियों को निर्देश दिया गया है। सर्वे रिपोर्ट मिलने पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।

- डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive