एलयू सहित डिग्री कॉलेजों में ऑड इवेन फॉर्मूला पर चलेगी क्लास
- कोविड के चलते एलयू और संबद्ध कॉलेजों में 2 दिसंबर से ऑफलाइन होगी पढ़ाई
- ऑनलाइन क्लास में पढ़ाया गया सिलेबस भी कराया जाएगा रिवाइज LUCKNOW : लखनऊ यूनिवर्सिटी दो दिसंबर से कैंपस में ऑड इवेन मोड में क्लास चलाने की तैयारी कर रहा है। एलयू ने अपने सभी डिपार्टमेंट में ऑड इवेन फॉर्मूले की तर्ज पर क्लास चलाने के साथ ही सभी संबद्ध कॉलेजों में भी यही फॉर्मूला लागू करने का निर्णय लिया है। यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि यूजी-पीजी क्लास में स्टूडेंट्स की संख्या अधिक होने की वजह से उन्हें ऑड-इवेन फॉर्मूले की तर्ज पर बुलाया जाएगा। स्टूडेंट्स अपने लेजर नंबर के आखिरी नंबर के आधार पर कॉलेज और यूनिवर्सिटी कैंपस में आएंगे। कई कॉलेजों में अलग-अगल नियमएलयू से मिली जानकारी के अनुसार कॉलेजों ने क्लास शुरू करने के लिए अपने स्तर से मानक तय किए हैं। कोई सप्ताह में एक दिन स्टूडेंट्स को बुलाने की तैयारी कर रहा है तो कोई ऑफलाइन के साथ ऑनलाइन पढ़ाई जारी रखने की बात कर रहा है। यही नहीं कई कॉलेजों में तो अभी तक स्टूडेंट्स के आने की सूचना भी नहीं मिली है। ऐसे में यूनिवर्सिटी ने अपने साथ ही कॉलेजों का सेशन पटरी पर लाने के लिए सभी को एक साथ क्लासेस संचालित करने और ऑड इवेन मोड में स्टूडेंट्स को बुलाने के लिए कहा है।
जो ऑनलाइन पढ़ा, उसे रिवाइज करें एलयू ने कॉलेजों को जो एडवाइजरी भेजी है, उसमें कहा गया है कि ऑनलाइन जो पढ़ाया गया है, उसे थोड़ा-थोड़ा रिवाइज कराया जाए। इससे स्टूडेंट्स को ऑनलाइन क्लास के समय जो चीजें ठीक से समझ नहीं आई हैं, वह समझ आ जाएंगी। ऑफलाइन मोड में भी अगर स्टूडेंट्स को कोई प्राब्लम आती है तो उसे दूर करने के लिए कॉलेजों को अलग से व्यवस्था करनी चाहिए। मार्च लास्ट या अप्रैल फर्स्ट वीक में पूरा हो पहला सेमेस्टर यूनिवर्सिटी प्रशासन मार्च लास्ट या अप्रैल फर्स्ट वीक में नए सेशन का फर्स्ट सेमेस्टर पूरा कराने की तैयारी में है, जिससे जून तक सेशन पटरी पर लाया जा सके। ऐसे में ऑफलाइन मोड में क्लास चलेंगी तो स्टूडेंट्स को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इसे ध्यान में रखते हुए एलयू ने सभी कॉलेजों को इस गाइडलाइन का पालन करने को कहा है। कोट ऑड इवन मोड में क्लास चलाने की तैयारी कर ली गई है। सभी एचओडी को इस बारे में निर्देश दिया जा चुका है। डिग्री कॉलेजों को भी इसी बेस पर क्लास चलानी होंगी। डॉ। दुर्गेश श्रीवास्तव, प्रवक्ता, एलयू