शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे मदेयगंज थानांतर्गत पटकापुर के मछली मंडी निवासी मो. उस्मान का बेटा वाजिद 10 घर से निकला था। जब वह काफी देर तक नहीं लौटा तो परिजनों ने खोजबीन की। पता चला कि वाजिद गोमती नदी की तरफ गया था।


लखनऊ (ब्यूरो)। मदेयगंज थाना क्षेत्र से लापता हुए वाजिद (10) का शव पुलिस ने 14 घंटे के बाद गोमती नदी से बरामद किया। बरामद बच्चे के शव के हाथ-पैर रस्सी से बंधे हुए थे, शव अर्धनग्न अवस्था में था। ऐसे में परिजनों ने हत्या का अंदेशा जाहिर करते हुए मदेयगंज थाने में अज्ञात के खिलाफ लिखित शिकायत की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं, पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।रात 11.30 बजे मिला शव


शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे मदेयगंज थानांतर्गत पटकापुर के मछली मंडी निवासी मो। उस्मान का बेटा वाजिद (10) घर से निकला था। जब वह काफी देर तक नहीं लौटा तो परिजनों ने खोजबीन की। पता चला कि वाजिद गोमती नदी की तरफ गया था। मां शबाना खातून ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थानीय गोताखोरों की मदद से खोजबीन शुरू की। करीब 14 घंटे के प्रयास के बाद शुक्रवार रात करीब 11.30 बजे गोमती से वाजिद का शव बरामद हुआ। शव अर्धनग्न था और हाथ-पैर रस्सी से बंधे हुए थे। शबाना खातून ने आरोप लगाया कि किसी ने उसके बेटे की हत्याकर शव को बांधकर नदी में फेंका है।हाथ-पैर में फंसी

जहां एक ओर वाजिद की मां लगातार बेटे की हत्या का अंदेशा जता रही हैं, वहीं पुलिस मामले को हादसा बताने में जुटी हुई है। मदेयगंज प्रभारी निरीक्षक अभय सिंह का कहना है कि जांच में पता चला कि वाजिद सिक्के बीनने के लिए अक्सर नदी में जाता था। सुबह नाश्ता करने के बाद वह अकेले सिक्के बीनने के लिए नदी गया था। कपड़े उतारकर रस्सी लेकर नदी में कूद गया, पर यही रस्सी उसके हाथ-पैर में उलझ गई। बहाव तेज होने के कारण व हाथ-पैर में रस्सी उलझी होने के कारण वाजिद नदी में डूब गया।

Posted By: Inextlive