Children's Day Lucknow: इंसान की पहचान उसकी उम्र से नहीं हुनर से होती है। राजधानी में कई ऐसे बच्चे हैं जो उम्र की बंदिशों को दरकिनार कर अपनी प्रतिभा से सफलता के शिखर को छू रहे हैं। कोई टेनिस कोई कथक तो कोई एक्टिंग में अपना लोहा मनवा रहा है।


लखनऊ (ब्यूरो)। इंसान की पहचान उसकी उम्र से नहीं, हुनर से होती है। राजधानी में कई ऐसे बच्चे हैं, जो उम्र की बंदिशों को दरकिनार कर अपनी प्रतिभा से सफलता के शिखर को छू रहे हैं। कोई टेनिस, कोई कथक तो कोई एक्टिंग में अपना लोहा मनवा रहा है। आइए जानते हैं इस चिल्ड्रेंस डे पर ऐसे ही कुछ बच्चों के बारे मेंएक्टिंग में बनाना है करियर


मैं बीते 9 वर्ष से एक्टिंग कर रहा हूं। जब तीन साल का था तक पहली बार एक्टिंग की थी। मुझे एक्टिंग करने में बहुत मजा आता है। मैंने संजय दत्त, गुलशन ग्रोवर, रंजीत, राजकुमार राव, जैकी श्राफ, नवाजुद्दीन सिद्दीकी आदि जैसे एक्टर्स के साथ काम किया है। इसके अलावा, एक हॉलीवुड फिल्म में भी काम कर चुका हूं। जल्द ही मेरी एक फिल्म आ रही है, जिसमें मैंने लीड रोल किया है। यह फिल्म मोबाइल के साइड इफेक्ट पर बेस्ड है। मुझे बड़े होकर एक्टिंग में ही अपना करियर बनाना है। इसमें मेरे फादर का पूरा सहयोग मिलता है। साथ ही स्कूल टीचर्स भी मदद करते हैं, जिसके चलते मैं पढ़ाई और एक्टिंग, दोनों कर पा रहा हूं।-आरव शुक्ला, चाइल्ड आर्टिस्टटेनिस मेरा पहला प्यार है

मैं बचपन से टेनिस खेलती चली आ रही हूं। कई नेशनल और इंटरनेशनल टूर्नामेंट्स में हिस्सा लिया है, जहां कई मेडल्स अपने नाम कर चुकी हूं। हाल ही में जूनियर नेशनल में मिक्स्ड डबल में गोल्ड मेडल और चीन में हुई चौथी वर्ल्ड जूनियर सॉफ्ट टेनिस में भी मेरा सेलेक्शन हुआ था। सच कहूं तो टेनिस मेरा पहला प्यार है। साथ ही मेरी पढ़ाई भी चल रही है। मैं लखनऊ और इंडिया का नाम रौशन करना चाहती हूं।-साशा कटियार, टेनिस प्लेयरकथक ही मेरा जीवन हैमुझे शुरू से ही डांस करने का शौक रहा है। जब भी मौका मिलता था तो मैं डांस करने लगती थी। इसे देखकर घरवालों ने मुझे कथक सीखने भेजा। मैं बीते करीब 8 वर्षों से कथक सीख रही हूं। मेरी गुरु सरीता श्रीवास्तव मुझे कथक की बारीकियां सीखा रही हैं। मैंने प्रदेश के बड़े-बड़े महोत्सव से लेकर सिम्पोजियम आदि में प्रस्तुतियां दी हैं। इसके अलावा, कानपुर, वाराणसी, अयोध्या, प्रयागराज, जयपुर समेत कई शहरों में कथक प्रस्तुतियां दे चुकी हूं। मैं पं। बिरजू महाराज जी को फॉलो करती हूं। उनकी ही तरह कथक की दुनिया में अपना नाम बनाना चाहती हूं।-अत्रांशी, कथक डांसर

Posted By: Inextlive