Chhath Puja 2023: चार दिवसीय छठ महापर्व की शुरुआत नहाए-खाए के साथ हुई। इस दिन व्रती महिलाओं द्वारा सुबह नदी-तालाब में स्नान किया गया। जिसके बाद घर आकर बनाए गए कच्चे चूल्हे पर पूरी सफाई के साथ सात्विक भोजन तैयार किया गया।


लखनऊ (ब्यूरो)। छठ पूजा साक्षात सूर्य भगवान की पूजा है। लोग अपने परिवार में सुख, समृद्धि, स्वास्थ, दीर्घायु तथा रोग व्याधि से मुक्ति के लिए इस कठिन व्रत को करते हैं। सूर्य उपासना के चार दिवसीय महापर्व छठ की शुुरुआत शुक्रवार को नहाए-खाए के साथ हुई। वहीं, शनिवार को खरना के साथ 36 घंटों का निर्जला व्रत शुरू हो जाएगा।व्रत की हुई शुरुआत


चार दिवसीय छठ महापर्व की शुरुआत नहाए-खाए के साथ हुई। इस दिन व्रती महिलाओं द्वारा सुबह नदी-तालाब में स्नान किया गया। जिसके बाद घर आकर बनाए गए कच्चे चूल्हे पर पूरी सफाई के साथ सात्विक भोजन तैयार किया गया। इसमें पहले दिन लौकी और चने की दाल, चावल तैयार किया गया, जिसे सबसे पहले उसी चूल्हे पर अग्नि देवता को प्रसाद स्वरूप चढ़ाया गया। नहाए-खाए के दिन आखिरी बार महिलाएं बनाए गए सात्विक भोजन के साथ सेंधा नमक ग्रहण करती हैं। इसके बाद तीन दिन तक नमक का सेवन नहीं करतीं। व्रती महिलाएं समेत घर का हर सदस्य इन दिनों लहसुन, प्याज नहीं खाता है।घाट पहुंचकर वेदियां बनाईं

घर में पूजन के बाद व्रती महिलाएं अपने नजदीकी घाटों, तालाबों व अस्थायी स्थानों पर पहुंचीं। वहां पारंपरिक तरीके से सुंदरता के साथ वेदियां तैयार करना शुरू किया। ज्यादातर लोगों ने शुक्रवार रात तक वेदियां तैयार कर लीं। अब इन वेदियों पर रोजाना दीपक जलाकर आस्था के संगम में डुबकी लगाते हुए व्रती महिलाएं शनिवार को खरना और अगले दिन रविवार से सोमवार सुबह तक सूर्य को अर्घ्य देते हुए करीब 36 घंटे का कठिन व्रत करेंगी।महिलाएं भरती हैं कोसीछठ व्रती महिला व पुरुष माटी की कोसी पर षष्ठी देवी की पूजा करते हैं। व्रती शाम को पहले अर्घ्य अर्पण के बाद जब घाट से वापस घर को आते हैं तो आंगन में रंगोली बना माटी के हाथीनुमा कोसी की पूजा अर्चना करते हैं। जिसके ऊपर ईख का चनना बनाकर पूजा की जाती है, जिसे महिलाएं कोसी भरना भी कहती हैं।घाटों पर पुख्ता रहेंगे सुरक्षा के इंतजाममंडलायुक्त डॉ। रोशन जैकब व डीएम सूर्य पाल गंगवार द्वारा लक्ष्मण मेला पार्क, झूले लाल वाटिका व कुड़िया घाट स्थित छठ पूजा स्थल का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान गोमती नदी की सफाई के लिए नगर निगम और घाट की मरम्मत के लिए एलडीए के अधिकारी अपने कार्यों को करते हुए पाए गए।चाक चौबंद रहें व्यवस्थाएं

डीएम ने बताया कि छठ पूजा के मद्देनजर मुख्य रूप से सफाई व्यवस्था व मार्ग प्रकाश, हाईमास्क, पार्किंग, रैंप आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही पेड़ों पर भी लाइटिंग करने के निर्देश भी दिए गए। सिंचाई विभाग द्वारा घाटों की सफाई के साथ साथ काई व जल कुम्भी आदि को हटवाया जा रहा है।गोताखोरों की पर्याप्त व्यवस्थामंडलायुक्त द्वारा निर्देश दिया गया कि घाटों पर पर्याप्त मात्रा में नावों और गोताखोरों की व्यवस्था की जाए ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटा जा सके। इसके साथ ही सभी घाटों पर एम्बुलेंस की व्यवस्था भी सुनिश्चित कराया जाए। डीएम द्वारा बताया गया की छठ पूजा के पावन अवसर पर पानी को साफ करने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे है। घाटों के पास डबल नेट लगाकर पानी को साफ किया जा रहा है। मंडलायुक्त द्वारा निर्देश दिए गए की सभी घाटों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम, समुचित बैरिकेडिंग की व्यवस्था, साफ सफाई की व्यवस्था व घाटों पर जहां पर पानी गहरा है वहां पर भी बैरिकेडिंग की व्यवस्था की जाए।

Posted By: Inextlive