विज्ञान के चमत्कारों से रूबरू होने का मौका
- राजधानी में चार दिवसीय विज्ञान संगम आज से
-इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान सहित कई जगह होंगे बड़े आयोजन -गिनीज बुक आफ रिकार्ड्स में दर्ज कराने की तैयारी LUCKNOW: राजधानी में आज से आठ अक्टूबर तक वैज्ञानिकों का जमावाड़ा लगेगा। शुक्रवार से भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव 2018 में हिस्सा लेने के लिए देश के बड़े वैज्ञानिक शहर में होंगे। इस दौरान छात्रों के साथ ही आम जनता को भी विज्ञान के रहस्यों को समझने का मौका मिलेगा। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, रेलवे स्टेशन ग्राउंड गोमती नगर, एनबीआरआई, केजएमयू साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर और जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल में इसके आयोजन होंगे। महोत्सव में करीब 800 महिला वैज्ञानिक भी हिस्सा ले रही हैं। विज्ञानमय हुआ आईजीपीइंदिरा गांधी प्रतिष्ठान गुरुवार से ही विज्ञान के रहस्यों की जानकारी देता हुआ नजर आने लगा। प्रवेश द्वार पर ही लगी कलरफुल विंडमिल का मॉडल विज्ञान महोत्सव का परिचय दे रहा है। अंदर की ओर आगे बढ़ते ही आसमान की ओर केमिस्ट्री के फार्मूले दर्शाते मॉडल नजर आ रहे हैं। कहीं डीएनए को को अलग करते हुए रहस्यों को बताने की जानकारी दर्शाई गई है तो कहीं पर ब्रम्होस और अन्य मिसालों की प्रणाली की जानकारी दी गई। ऐसे ही अन्य बहुत से गूढ़ रहस्यों से आप रूबरू हो सकेंगे।
परिवर्तन के लिए विज्ञान
अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव की जानकारी देते हुए केंद्रीय विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन ने बताया कि कार्यक्रम में करीब 6 हजार डेलीगेट्स आ रहे हैं। इनमें देश विदेश के टाप के वैज्ञानिक शामिल हैं। साथ ही हजारों स्टूडेंट भी आएंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बतायाकि लखनऊ के आस पास के स्कूलों के बच्चों को भी आने का मौका दिया गया है। इस प्रकार से करीब 10 हजार लोगों के पार्टिसिपेट करने की संभावना है। पूरा आयोजन पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेई को समर्पित किया गया है। प्रदर्शनी सबके लिए ओपेन डॉ। हर्षवर्धन ने बताया कि प्रदर्शनी आम जनमानस के लिए सुबह 10 से शाम सात बजे तक खुली रहेगी। सभी का प्रवेश नि:शुल्क होगा। जिसमें तकनीक, विज्ञान के नए आयाम, रिसर्च के बारे मे जानने का मौका मिलेगा। बाक्स 500 स्टूडेंट करेंगे डीएनए सेपरेट इस बार विज्ञान महोत्सव में छात्रों द्वारा डीएनए सेपरेट करने का विश्व रिकार्ड बनाया जाएगा। जिसमें करीब 500 स्टूडेंट भाग लेंगे। उन्होंने बताया कि 2014 में पहले महोत्सव के बाद सभी महोत्सव में रिकार्ड बनाए गए हैं।