Lucknow News: केजीएमयू में पीडियाट्रिक ऑन्कोलॉजी के डॉ. निशांत वर्मा ने बताया कि बच्चों में कैंसर होना कोई आम बात नहीं है पर इसके बावजूद बच्चों में यह देखा जा रहा है। खासतौर पर बच्चों में ब्लड कैंसर के मामले पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा देखने को मिलते हैं।


लखनऊ (ब्यूरो)। बीते दस वर्षों में कैंसर के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिली है। चिंता की बात यह है कि बच्चों में भी कैंसर के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जिसमें सबसे ज्यादा ब्लड कैंसर और ब्रेन ट्यूमर के मामले सामने आ रहे हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, बेहतर डायग्नोस्टिक और अस्पताल पहुंचने की सुविधा के कारण बीमारी का समय पर पता चल जा रहा है, जिससे ट्रीटमेंट में आसानी होती है।जीन में बदलाव के कारण ब्लड कैंसर


केजीएमयू में पीडियाट्रिक ऑन्कोलॉजी के डॉ। निशांत वर्मा ने बताया कि बच्चों में कैंसर होना कोई आम बात नहीं है, पर इसके बावजूद बच्चों में यह देखा जा रहा है। खासतौर पर बच्चों में ब्लड कैंसर के मामले पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा देखने को मिलते हैं। इसका कारण क्या है, इसके बारे में अभी सही जानकारी नहीं है। पर माना जाता है कि जीन में बदलाव के कारण ऐसा होता है।60 पर्सेंट ब्लड कैंसर के मरीज

डॉ। निशांत के मुताबिक, हमारे विभाग में सालभर में 250-300 करीब नए कैंसर पेशेंट आते हैं। करीब 60 पर्सेंट बच्चों में ब्लड कैंसर देखने को मिलता है। इसके बाद, ब्रेन ट्यूमर बच्चों में काफी देखने को मिलता है, जिनके सालभर में करीब 40-50 मामले आ रहे हैं। हालांकि, हमारे यहां बच्चों में ब्रेन ट्यूमर का ट्रीटमेंट नहीं होता है, इसलिए उनको दूसरे संस्थान रेफर किया जाता है। हमारे पास जो बच्चे आते है वे एडवांस स्टेज में आते हैं, क्योंकि कैंसर अकसर देरी से ही पता चलता है। हालांकि, डायग्नोस्टिक और ट्रैवलिंग की सुविधा बेहतर होने से मरीज समय पर भी पहुंच रहे हैं, जिससे ट्रीटमेट में फायदा मिलता है।बच्चों में जल्द ठीक होता है कैंसरबड़ों के मुकाबले बच्चों में कैंसर जल्दी ठीक होता है। अगर शुरुआती स्टेज में आएं तो बेहतर ट्रीटमेंट मिलता है। हालांकि, कई मामलों में एडवांस स्टेज का भी कैंसर ठीक हो जाता है। पर यह इस बात पर निर्भर करता है कि कैंसर कहां पर है। बच्चों में कैंसर करीब 70-80 फीसदी तक ठीक हो जाता है क्योंकि अब बेहतर ट्रीटमेंट सुविधाएं आ गई हैं। साथ ही बच्चों की क्षमता भी बड़ों के मुकबाले अच्छी होती है। समय रहते लक्षणों पर ध्यान देना बेहद जरूरी है।इन लक्षणों का रखें ध्यान- दो हफ्ते से अधिक बुखार हो- ब्लीडिंग होना- गिल्टियां होना- बिना कारण सिरदर्द होना- आंख बिल्ली की तरह चमकना- त्वचा में परिवर्तन

बच्चों में ब्लड कैंसर के मामले सबसे ज्यादा देखने को मिलते हैं। करीब 60 फीसदी केस इसी के सामने आते हैं। इसके बाद ब्रेन ट्यूमर के मामले आते हैं। हालांकि, बच्चों में कैंसर बड़ों के मुकाबले जल्दी ठीक हो जाते हैं।-डॉ। निशांत वर्मा, केजीएमयू

Posted By: Inextlive