डॉ. रविकांत के समर्थन में आए भीम आर्मी चीफ का पुलिस को अल्टीमेटम
लखनऊ (ब्यूरो)। लखनऊ यूनिवर्सिटी के हिंदी विभाग के शिक्षक डॉ। रविकांत की काशी विश्वनाथ मंदिर पर की गई विवादित टिप्पणी ने यूनिवर्सिटी में माहौल गरमा कर रखा है। एसोसिएट प्रोफेसर डॉ। रविकांत के बयान के बाद पहले एबीवीपी की ओर से उनके घर पर प्रदर्शन किया गया, फिर उन पर एफआईआर दर्ज कराई गई। इसके कुछ दिनों बाद एक छात्र ने उन पर हमला भी कर दिया, जिसके बाद से माहौल गरमाता जा रहा है। इसी कड़ी में गुरुवार को भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद रावण डॉ। रविकांत के समर्थन में उनके घर पहुंचे। प्रोफेसर को थप्पड़ मारे जाने और उनकी एफआईआर दर्ज न किए जाने पर चंद्रशेखर ने नाराजगी जताई। साथ ही, उन्होंने रविकांत का खुलकर समर्थन किया।
सुरक्षा के किए सख्त इंतजाम
रावण के आने से पहले ही एलयू में सुरक्षा के इंतजाम बढ़ा दिए गए थे। बिना आईकार्ड के स्टूडेंट्स को भी अंदर जाने नहीं दिया गया। चंद्रशेखर रावण ने कहा कि डॉ। रविकांत के साथ अन्याय हुआ है। उन्होंने किताब में लिखी बात बोली थी और उन पर हमला भी किया गया। बावजूद इसके एफआईआर सिर्फ डॉ। रविकांत पर दर्ज की गई। रावण ने कहा कि रविकांत की तहरीर पर फौरन एफआईआर दर्ज की जाए और हमला करने वालों पर सख्त कारवाई हो।
सेमेस्टर फीस 31 तक जमा करें
लखनऊ यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एलएलबी, इंजीनियङ्क्षरग व इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के कोर्सेज के रजिस्टर्ड स्टूडेंट्स को छोड़कर, चौथे, छठे, आठवें व दसवें सेमेस्टर के स्टूडेंट्स को बिना लेट फीस के साथ 31 मई तक सेमेस्टर फीस जमा करने का मौका दिया है। गुरुवार को रजिस्ट्रार डॉ। विनोद सिंह ने इस संबंध में निर्देश जारी कर दिया। स्टूडेंट्स को अपनी क्लास के अनुसार ऑनलाइन अनुमति लेकर यूडीआरसी पोर्टल पर यह फीस जमा करनी होगी।