विदेश से आए 97 हजार लोगों की होगी स्क्रीनिंग
- बीते दो माह में विदेश से आए लोगों की सिविल एविएशन विभाग से यूपी पुलिस ने मंगाई लिस्ट
- पुलिस की एटीएस, एसटीएफ, ईओडब्ल्यू, विजिलेंस जैसी विंग्स को स्क्रीनिंग में जुटाया जाएगा फैक्ट फाइल - 97 हजार से अधिक लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई थी - 57 हजार 963 को सेल्फ क्वारंटाइन की सलाह दी गई थी - 41 हजार 506 लोगों का क्वाइंटाइन पीरियड खत्म हुआ। LUCKNOW:कोरोना संक्रमण को लेकर फैली दहशत के बीच यूपी पुलिस ने बड़ी एक्सरसाइज का फैसला किया है। बीते दो माह के भीतर जो भी लोग विदेश से लौटे हैं, उनकी स्क्रीनिंग करायी जाएगी। यूपी पुलिस ने ऐसे 97 हजार से अधिक लोगों की लिस्ट सिविल एविएशन विभाग से मंगवा ली है और सभी जिलों के पुलिस कप्तानों को भेज दिया गया है। खास बात यह है कि इस पूरी एक्सरसाइज में पहले से लॉकडाउन का पालन कराने में जुटी लोकल पुलिस का सहयोग कम से कम लिया जायेगा। इस कवायद में दूसरी विंग्स को जुटाया जायेगा। बताया गया कि इसे तुरंत प्रभाव से शुरू कर दिया गया है।
विदेशियों से संक्रमण का खतराकोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। संदिग्धों को क्वारंटाइन किया जा रहा है साथ ही उनका मेडिकल टेस्ट भी कराया जा रहा है। इसी क्रम में अब यूपी पुलिस की नजर बीते दो माह के भीतर विदेश से लौटे लोगों पर टिक गई है। इसके तहत यूपी पुलिस ने सिविल एविएशन विभाग से बीते दो माह के भीतर दुनियाभर के विभिन्न देशों से यात्रा करके लौटे लोगों की लिस्ट मंगवाई है। बताया गया कि इस लिस्ट में 97 हजार से अधिक लोगों के नाम शामिल हैं। इन लोगों से कोरोना संक्रमण का खतरा हो सकता है। लिहाजा, इन सभी की स्क्रीनिंग की तैयारी शुरू हो गई है।
सेल्फ क्वारंटाइन की दी गई थी सलाहडीजीपी मुख्यालय के मुताबिक, बीते दो माह में सभी एयरपोर्ट पर विदेश से आने वाले 97 हजार से अधिक लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई थी। इनमें से 57963 को निगरानी में रखा गया था। इन्हें सेल्फ क्वारंटाइन करने की सलाह देकर घर जाने दिया गया था। बताया गया कि इनमें से 41506 लोगों की निगरानी खत्म हो गई। दरअसल, इनमें से किसी को भी इस मियाद में कोरोना के लक्षण नहीं दिखाई दिये। बताया गया कि इन सभी की फिर से स्क्रीनिंग बेहद जरूरी है। लिहाजार, इन सभी 97 हजार से अधिक विदेश से लौटे लोगों की एक बार फिर से स्क्रीनिंग करायी जाएगी। हालांकि, इस पूरी कवायद में लोकल पुलिस की मदद कम से कम लिये जाने की योजना है। वजह भी साफ है, लोकल पुलिस पहले ही लॉक डाउन का पालन कराने में जुटी हुई है। ऐसे में पुलिस की दूसरी विंग्स जैसे एसटीएफ, एटीएस, ईओडब्ल्यू, विजिलेंस आदि को जुटाया जाएगा।
फैक्ट फाइन 02 माह में विदेश से आने वाले राडार पर 97000 से अधिक लोग विदेश से लौटे हैं बीते दो माह में, सभी की होगी फिर स्क्रीनिंग 57263 लोगों की निगरानी की जा रही थी 41506 लोगों की निगरानी 28 दिन बीतने पर भी लक्षण न दिखने पर खत्म