अभी राजधानी में 39 रैपिड रिस्पांस टीमें सैंपल लेने का काम कर रही हैं। रोजाना 2700 से अधिक सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं जिसको बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। साथ ही आरआरटी को बढ़ाने के लिए भी लिखा गया है। जल्द ही इनकी संख्या में भी इजाफा होगा।


लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में कोरोना वायरस की चपेट में आने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। शुक्रवार को अबतक के सर्वाधिक 200 मामले सामने आये हैं, जिसने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। हालांकि, इस बीच 43 संक्रमितों ने कोरोना को मात भी दी है। राजधानी में एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 571 हो गई है।पॉश एरिया में मिल रहे ज्यादा केसराजधानी के पॉश इलाकों में कोरोना के सर्वाधिक मामले देखने को मिल रहे हैं। शुक्रवार को आलमबाग इलाके में सर्वाधिक 37 संक्रमित मिले। इसके अलावा अलीगंज में 30, इंदिरानगर में 26, एनके रोड में 22, सरोजनीनगर में 19, सिल्वर जुबली व चिनहट में 15-15, टूडिय़ागंज में 9 और रेडक्रास में 8 संक्रमित मिले हैं। युवा ज्यादा हो रहे संक्रमित


राजधानी में कोरोना के 500 से अधिक एक्टिव केस हैं, जिसमें सर्वाधिक युवा वर्ग के लोग हैं, जबकि वे बुजुर्ग जिनको अन्य बीमारी है, उनको अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है। डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस अधिकारी डॉ। निशांत निर्वाण ने बताया कि 20-40 उम्र वाले 40-45 पर्सेंट, 40-60 उम्र वाले 35 पर्सेंट लोग संक्रमित हो रहे हैं, जबकि बच्चे महज 1-3 पर्सेंट ही संक्रमित हो रहें। युवा काम से ज्यादा बाहर निकलते हैं, ऐसे में उनको कोविड नियमों का पालन पूरी सख्ती के साथ करना चाहिए। वहीं, अस्पतालों में ऐसे बुजुर्ग जिनको दिल, शुगर, बीपी आदि जैसी पुरानी बीमारी है उनको भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है। हालांकि, किसी में लक्षण गंभीर नहीं है। राहत की बात यह है कि लोग जल्द ही अस्पताल से ठीक होकर डिस्चार्ज हो रहे हैं। फिलहाल स्थिति पूरी तरह से कंट्रोल में है।आइसोलेशन का करें पूरा पालनडिप्टी सीएमओ डॉ। निशांत निर्वाण ने बताया कि जिन कोरोना संक्रमितों में कोई लक्षण नहीं या हल्के लक्षण हैं, उनको आइसोलेशन में रहने की अनुमति दी जा रही है। इसके लिए विभाग द्वारा दवाएं, हैलो डॉक्टर सेवा और कमांड सेंटर से फॉलोअप लिया जा रहा है। आइसोलेशन में सात दिन रहने के बाद मरीज संक्रमण मुक्त घोषित कर दिया जाता है। मरीजों को अलग कमरे, अलग वॉशरूम, अलग खाना-पीना और बर्तन से लेकर मास्क लगाकर रहना चाहिए ताकि दूसरों को संक्रमण न फैले। खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गों को संक्रमितों से दूर रखें।टीमें बढ़ाई जायेंगी

अभी राजधानी में 39 रैपिड रिस्पांस टीमें सैंपल लेने का काम कर रही हैं। रोजाना 2700 से अधिक सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं, जिसको बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। साथ ही आरआरटी को बढ़ाने के लिए भी लिखा गया है। जल्द ही इनकी संख्या में भी इजाफा होगा।कोविड नियमों का पालन करेंकेजीएमयू में मेडिसिन विभाग के डॉ। डी हिमांशु के मुताबिक, इस बार कोरोना संक्रमितों में लक्षण ज्यादा नहीं दिख रहे हैं। हल्का बुखार, खांसी, गले में खराश आदि की समस्या हो रही है, जो अपने आप ठीक भी हो जा रही है। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। मास्क पहनें, भीड़भाड़ वाले इलाकों से दूर रहें, बच्चों और बुजुर्गों को बेवजह बाहर जाने से बचना चाहिए। सबसे जरूरी बात यह कि कोई भी लक्षण नजर आने पर खुद से दवा न लें। इसके लिए डॉक्टर से संपर्क करें और उनके अनुसार बताई गई दवा ही लें। बेवजह एंटीबायोटिक लेने से बचें।

Posted By: Inextlive