साजिश को अंजाम देने में युवाओं को बनाया हथियार
कानपुर(ब्यूरो)। यतीमखाना में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुए बवाल की जांच में परत दर पर चौकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। खुफिया ने जो रिपोर्ट शासन को सौंपी है, उसमें बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक, भाजपा प्रवक्ता के विवादित बयान देने के चंद घंटे बाद ही बवाल का मास्टरमाइंड जौहर फैंस एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जफर हयात हाशमी एक्टिव हो गया था और हिंसात्मक आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी थी। आम मुस्लिम को अपने अभियान से जोडऩे के लिए शहर काजी, मौलवियों और मौलानाओं का भी इस्तेमाल किया। नमाज के बाद उनसे अपील कराई, जिसमें युवाओं को टारगेट करके बंदी के अभियान में शामिल किया गया। इस काम में पोस्टरबाजी और सोशल मीडिया का भी सहारा लिया गया।
मुस्लिम इलाकों में की पोस्टरबाजी
अपने मंसूबों को कामयाब बनाने के लिए जफर हयात ने मुस्लिम इलाकों में पोस्टर-बैनर चस्पा कराने शुरू किए। चमनगंज, बेकनगंज, बजरिया, मछरिया, फेथफुलगंज, कुली बाजार जाजमऊ रावतपुर में सभी जगह दो दर्जन से अधिक बैठकें की। शासन को भेजी गई खुफिया की रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया है। इतना ही नहीं, जफर हयात ने पहली बार मौलवियों, मौलानाओं को शहर काजी समेत सडक़ों पर उतार दिया। उनसे मुस्लिम समाज से 3 जून को बंदी का समर्थन करने और फिर 5 जून को जेल भरो आंदोलन में बढ़-चढक़र हिस्सा लेने की अपील कराई।
सोशल मीडिया का लिया सहारा
खुफिया की मानें तो जफर हयात ने अपने अभियान में खास तौर पर युवाओं-बच्चों को टारगेट पर लिया। मस्जिदों में बैठक कर मौलवी व मौलानाओं को इस रणनीति में सक्रिय किया। इसके अलावा उसने सोशल मीडिया का भी सहारा लिया। फेसबुक लाइव के जरिए शहर काजी से अपील कराई। हालांकि, जो वीडियो और फेसबुक पर लाइव हुआ, उसमें शहर काजी की जो अपील है, वो मर्यादित दिख रही है मगर हयात के दिमाग में अंदर ही अंदर बनाया गया जहरीला प्लान चल रहा था।
पांच और गिरफ्तारी, अब तक 29 अरेस्ट
मामले में तीन एफआईआर दर्ज करने के बाद हर दिन गिरफ्तारियां की जा रही हैं। संडे को 5 और आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। अब तक कुल 29 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मास्टरमाइंड कहे जा रहे जफर हयात हाशमी को पहले ही पुलिस पकड़ चुकी है।
हयात का नेटवर्क ध्वस्त करेंगे
पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीना के मुताबिक, हयात जहां-जहां था और जहां भी इसके नेटवर्क होंगे, उन्हें चिन्हित कर इसके नेटवर्क को ध्वस्त किया जाएगा। हयात के खातों की जांच होगी। इसके जरिए ये पता लगाया जाएगा कि कहीं इसके खाते में पैसे भी आए थे या नहीं। पुलिस हर बिंदु पर बड़ी बारीकी से जांच कर रही है।