ऐसे पैरेंट्स जिनके बच्चों में पढ़ाई की उत्सुकता है और वे कुछ बड़ा करना चाहते हैं लेकिन बड़े स्कूलों की हैवी फीस उनके बजट से बाहर है. वो चाहकर भी अपने बच्चों को वहां नहीं पढ़ा पाते हैं. राइट टू एजूकेशन आरटीई ऐसे नौनिहालों के सपनों को साकार कर रहा है. इस साल कानपुर शहर में 5000 से अधिक पैरेंट््स ने अपने बच्चों के एडमिशन कराने के लिए आईटीई के तहत आवेदन किए हैं. आवेदन 25 मार्च तक लिए गए हैं. अब इनका वैरीफिकेशन कर एडमिशन कराया जाएगा.


कानपुर ( ब्यूरो) आरटीई पोर्टल पर 25 मार्च तक ऑनलाइन आवेदन लिए गए हैं। जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय की टीम 26 से 28 मार्च तक आवेदन का सत्यापन कर पोर्टल को लॉक करेगी। इसके बाद दूसरे चरण में 2 अप्रैल से 23 अप्रैल तक आवेदन लिए जाएंगे। 25 अप्रैल से 26 अप्रैल तक सत्यापन होगा। 28 अप्रैल को लाटरी निकालने और 5 मई तक निजी स्कूलों में एडमिशन देने की डेट निर्धारित की गई है।

17398 सीटें रिक्त दिखाईं
जिले में 1639 निजी स्कूलों में आरटीई पोर्टल पर 17398 सीटें रिक्त दिखाईं गई हैं। इसमें शहरी क्षेत्र में 1343 स्कूलों में 14868 सीटें हैं और ग्रामीण क्षेत्र के 296 निजी स्कूलों में 2530 सीटें शामिल हैं। बीएसए पवन कुमार तिवारी ने बताया कि आर्थिक रूप से कमजोर पैरेंट्स के बच्चों को राइट टू एजूकेशन (आरटीई) के तहत शिक्षा दिलाने का नियम है। इसके तहत शहर के किसी भी प्राइवेट स्कूल में बच्चे एडमिशन ले सकते हैं। जिसकी फीस सरकार स्कूल प्रबंधक देती है। स्कूल की क्वालिटी के आधार पर ही शासन से बच्चों की फीस का भुगतान किया जाता है।

Posted By: Inextlive