आस्था के घाटों की परवाह तो करनी पड़ेगी हुजूर !
कानपुर (ब्यूरो) शुक्रवार को शास्त्री नगर में हुई बैठक में संतोष गहमरी ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के नहर सफाई के अभियान का संज्ञान लेते हुए कहा कि नहर में कूड़े की भरमार है, ऐसे में अधिकारियों की बेरुखी की वजह से आस्था से खिलवाड़ हो रहा है। कानपुर की यह नहर छठ पूजा आस्था से जुड़ी है। छठ बेदिया नहरो पर बनी हुई है, लेकिन बेदियों पर गंदगी पड़ी हुईं है। जानवर मरे पड़े रहते हैं। छठ पूजा सभी नहरो में होती है। जब छठ पूजा आती है कामचलाऊ सफाई कर दी जाती है। नहर पर लाखों श्रद्धालु आते हैं नहर की सफाई न होने कारण जो व्रत वाली महिलाएं नहर में खड़ी होती है। उनके पैरों मैं कांच लग जाता है। छठ पूरा महापर्व है, इससे हमारी आस्था जुड़ी हुई है। नहरों को साफ न रखना हमारी आस्था के साथ खिलवाड़ है।
कमिश्नर व डीएम को देंगे ज्ञापन
अगर जल्द ही नोरैया खेड़ा दबौली, सीटीआई, रतन लाल नगर, गोपाल नगर, आवास विकास रतनपुर, पनकी अर्मापुर नमक फैक्ट्री चौराहा पर रखी बेदियों व नहरों पर गंदगी साफ नहीं हुई तो भोजपुरी महासभा कमिश्नर व डीएम को ज्ञापन देगीे। उनसे मांग की जाएगी कि सिर्फ छठ पर्व के समय ही नहीं बल्कि सभी घाटों पर नियमित सफाई हो। अगर हमारी मांगे नहीं मानी गई तो भोजपुरी महासभा हर स्तर पर ांधोलन करेगी। बैठक में डॉ आनंद झा, छोटेलाल, अमित यादव, फैजीउद्दीन, रामाकांत, गब्बर, मनीष सिंह, विजय साहू आदि मौजूद रहे।
नहर किनारे रहने वालों को रोजाना बदबू से सामना करना पड़ता है। इसकी सफाई बहुत जरूरी है। ताकि दिक्कत दूर हो सके।
शिवकुमार त्यागी यहां पर मरे जानवर के कारण बदबू आने से लोग परेशान रहते हैं। कई बार सफाई के लिए अफसरों से कहा भी गया, लेकिन कोई आगे नहीं आता है।
प्रवीण गुप्ता नहर सफाई का कार्य तो चल रहा है, लेकिन कुछ दिनों में फिर पहले जैसे हाल हो जाएगा। ऐसा न हो इसके लिए बेहतर प्लानिंग करनी होगी।
रूबी सिंह नहर सफाई के बाद अधिकारियों को इसके बारे में खास प्लानिंग करनी होगी, ताकि आगे से नहर में गंदगी न जा सके। साथ ही सिल्ट उठान की भी व्यवस्था करनी होगी।
रंजीत वर्मा