20 मिनट में कीजिए एतिहासिक कानपुर का वर्चुअल टूर
- सीएसजेएम यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स ने शहर के टूरिज्म स्पॉट्स को लेकर बनाई है 20 मिनट की डॉक्यूमेंट्री
- नानाराव पेशवा का किला, सीता रसोई, एतिहासिक गंगा घाटों के साथ शहर से जुड़ी अहम जानकारियां भी -20 मिनट की डॉक्यूमेंट्री में ध्रुव टीला, ब्रह्मा खूंटी समेत टूरिज्म प्लेस दिखाए गए -02 सीडी भी बनेगी, इस सेशन से जुड़ेंगे कई और टूरिज्म प्लेसKANPUR: अपना कानपुर खूबसूरत सिटीज में से एक है। यहां का इतिहास बहुत ही दिलचस्प है। टूरिस्ट ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों के शानो-शौकत का अनुभव करने के लिए कानपुर आते हैं। यहां की हर चीज यूनिक यानि अपने आप में खास व अलग हटकर है। टूरिज्म के लिए यहां पर इतना कुछ है कि अगर उसे संजोया जाए तो वर्षों बीत जाएंगे। लेकिन सीएसजेएम यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स ने महज 20 मिनट की डॉक्यूमेंट्री में शहर का टूरिज्म दिखाया है। वर्चुअल टूर करके भी लोग सिटी की धरोहरों के बारे में जान सकेंगे। यह सीडी अब जिला प्रशासन के जरिए स्कूल, कॉलेज, सरकारी व गैर सरकारी कार्यालयों तक पहुंचाए जाने की तैयारी है।
इन स्टूडेंट्स ने बनाई है डॉक्यूमेंट्रीयह शानदार डॉक्यूमेंट्री होटल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट के यश वर्मा, पल्लवी सचान, अभय तिवारी, प्रियंका अग्रवाल, सक्षम अग्रवाल, आयुषी यादव, अरुणिमा शुक्ला, सुरभि सिंह, निहित परिहार व सुभाष पाल ने बनाई है।
कौन-कौन से प्रमुख स्थल? - डॉक्यूमेंट्री में बिठूर स्थित ध्रुव टीला, ब्रह्मा खूंटी, नानाराव पेशवा का किला, सीता रसोई व एतिहासिक घाट के बारे में बताया गया है। - घाटमपुर के उस मंदिर के बारे में जानकारी दी गई है जहां बारिश शुरू होने के एक घंटे पहले छत से पानी की बूंदें गिरने लगती हैं। - सीडी के माध्यम से जेके मंदिर, मोती झील, कानपुर मेमोरियल चर्च, मैस्कर घाट, इस्कॉन मंदिर, गंगा बैराज व श्री राधा कृष्ण मंदिर जैसे खूबसूरत स्थान जुड़ेंगे कई और टूरिज्म प्लेस होटल एंड टूरिज्म एचओडी डॉ। विवेक सचान ने बताया कि शहर में ऐसे कई मंदिर, पार्क और इमारतें हैं जिनके बारे में टूरिस्ट जानना चाहते हैं। जिन स्थलों की डॉक्यूमेंट्री अभी तक नहीं बनी है उन्हें चिन्हित किया जाएगा। इसके लिए स्टूडेंट्स की सर्फिंग टीम बनाई जा रही है। जून से यह टीम काम करने लगेगी। इसमें उन स्थानों की फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी करने के साथ कंटेंट एकत्र किए जाएंगे। फिर इसे सीडी-2 का स्वरूप दिया जाएगा।