मेरे ससुर पास से गुजरते समय बैड टच करते हैैं मेरे देवर और जेठ मुझे बुरी नजर से देखते हैैं. पब्लिक व्हीकल्स में लोग बैठ टच करते हैैं. ऑफिस में बॉस बैड टच करते हैं...इन परेशानियों का महिलाओं को अक्सर सामना करना पड़ता है लेकिन लोक लाज के चलते ज्यादातर महिलाएं इसे इग्नोर कर देती हैं जिसके कई बार गंभीर नतीजे सामने आते हैं यह कहना है कानपुर कमिश्नरेट की वीमेन हेल्प लाइन इंचार्ज अंकिता शर्मा का.

कानपुर (ब्यूरो)। मेरे ससुर पास से गुजरते समय बैड टच करते हैैं, मेरे देवर और जेठ मुझे बुरी नजर से देखते हैैं। पब्लिक व्हीकल्स में लोग बैठ टच करते हैैं। ऑफिस में बॉस बैड टच करते हैंइन परेशानियों का महिलाओं को अक्सर सामना करना पड़ता है, लेकिन लोक लाज के चलते ज्यादातर महिलाएं इसे इग्नोर कर देती हैं, जिसके कई बार गंभीर नतीजे सामने आते हैं, यह कहना है कानपुर कमिश्नरेट की वीमेन हेल्प लाइन इंचार्ज अंकिता शर्मा का। उन्होंने बताया कि अगर कहीं महिलाओं के साथ इस तरह की कोई घटना हो रही है, तो उसका मुंहतोड़ जवाब दें या पुलिस को सूचना दें। जिससे समय रहते इन्हें बड़ी घटना होने से रोका जा सकता है। उन्होंने बताया कि वीमेन हेल्प लाइन 1090 और डॉयल-112 पर शिकायत करने और उसके बाद नाम गुप्त रखने की बात भी कही है।

थ्रीलेयर मॉनीटरिंग

कमिश्नरेट में मिशन शक्ति के फेस पांच के अंतर्गत महिलाओं की सुरक्षा की जा रही है। शासन के निर्देश के बाद शहर के हर थाने में महिला हेल्प डेस्क, इसकी मॉनीटरिंग के लिए जोनल डेल्प डेस्क और सभी जोनों की मॉनीटरिंग के लिए सेंट्रली हेल्प डेस्क बनाई गई है। यानी अगर आपकी सुनवाई थाने की हेल्प डेस्क और जोनल हेल्प डेस्क पर नहीं होती है तो आपकी शिकायत का निस्तारण शत प्रतिशत सेंट्रली हेल्प डेस्क में होगी।

कम नहीं हो रही शिकायतें

थ्री लेयर्ड मॉनीटरिंग के बाद भी न तो शिकायतें कम हो रही है और न ही शिकायतों का शत प्रतिशत निस्तारण हो रहा है। हालांकि बात करने पर पुलिस अधिकारी महिला संबंधी क्राइम का शत प्रतिशत निस्तारण की बात कह रहे है, लेकिन इसी विभाग का आंकड़ा ये चुगली कर रहा है कि इस विंग से जुड़े लोग सही से काम नहीं कर रहे है।

तीन महीने तक मॉनीटरिंग

सीएसजेएमयू में पढऩे वाली एक छात्रा ने बताया कि वे दो बार शिकायत कर चुकी है, मॉनीटरिंग के लिए कॉल भी आती है। ये भी पूछा जाता है कि आप संतुष्ट है या नहीं, नहीं कहने पर दोबारा संपर्क करने की बात कही जाती है लेकिन कुछ हो नहीं पाता। एक दूसरे मामला नजीराबाद थानाक्षेत्र के लाजपत नगर का है। एक महिला अपने सास और पति के साथ गोद में बच्चा लिए घर के सामने स्थित किराना कारोबारी की शिकायत करने आई। उसका कहना था कि किराना कारोबारी उसे देखकर अश्लील इशारे करता है। इंस्पेक्टर ने उसे महिला हेल्प डेस्क पर भेजा। पीडि़ता का कहना था कि साहब दो बार हो आए, लेकिन निस्तारण नहीं हो सका। ये दो मामले है हेल्प डेस्क पर तैनात महिला पुलिस कर्मियों ने बताया कि थाने में कंप्रोमाइज के बाद दोबारा मामले आ जाते है। उसकी री-मॉनीटरिंग भी कराई जाती है।

सोशल मीडिया पर भी निगरानी

मिशन शक्ति की नोडल इंचार्ज अर्चना सिंह ने बताया कि शिकायत मिलने पर आरोपी और पीडि़ता के सोशल मीडिया उकाउंट्स की निगरानी भी की जाती है। एक्स, फेसबुक और यू ट्यूब पर लगातार निगरानी की जाती है। प्रयास किया जाता है शिकायतों का शत प्रतिशत निस्तारण किया जाए। उनका ये भी मानना है कि घरेलू हिंसा में लोग कम शिकायत करते है। लेकिन किसी भी तरह इस तरह की घटनाओं में बिना हिचक के और बिना शर्म के न सिर्फ इसका प्रतिरोध करें बल्कि इसकी जानकारी हेल्पलाइन के माध्यम से पुलिस को दें।

ऑफिस और पब्लिक व्हीकल्स की शिकायतें कम

एक महिला पुलिस अधिकारी ने बताया कि ऑफिस और पब्लिक व्हीकल में बैड टच और छेड़छाड़ की शिकायतें कम आती है। शिकायतें न करने और हरकतों को बर्दाश्त करने की वजह से कई महिलाएं डिप्रेशन का शिकार हो जाती है, लिहाजा शिकायत करें, जिससे आपकी शिकायत का समाधान किया जा सके।

1090 और डॉयल 112 पर अपने साथ होने वाले बैड टच की जानकारी दें। पुलिस की टीमें लगातार रूरल एरिया में महिलाओं को उनके अधिकार और कानून की जानकारी दे रही है, साथ ही स्कूलों में बैड टच की जानकारी भी दे रही है। जो भी मामले निस्तारित नहीं हो पाए है, जल्द ही उनका निस्तारण किया जाएगा।

अंकिता शर्मा, नोडल आफिसर मिशन शक्ति

Posted By: Inextlive