मौसम की उठा-पटक से फिर से सर्दी का सितम शुरू हो गया है. शुगर और हाइपरटेंशन के मरीजों पर सर्दी भारी पड़ रही है इन समस्याओं से पीडि़त युवाओं के लिए सर्दी जानलेवा साबित हो रही है. शुक्रवार को हार्ट अटैक से नौबस्ता के 39 साल के अनिरुद्ध और ब्रेन स्ट्रोक से बिल्हौर निवासी 44 साल के श्याम किशन की मौत हो गई. कॉर्डियोलॉजी की इमरजेंसी में देर शाम तक 113 मरीज देखे गए हैं उसमें से गंभीर मरीज भर्ती भी किए गए हैं.


कानपुर (ब्यूरो) मौसम में बदलाव के बाद से एलएलआर अस्पताल (हैलट) की ओपीडी में सुबह से ही मरीजों की लाइन लगने लगी है। कोविड की वजह से मेडिसिन विभाग में दो सौ मरीज ही देखे जा रहे हैं, जिससे सुबह 10 बजे तक ही मेडिसिन विभाग में रजिस्ट्रेशन बंद कर दिया गया था। उसके बाद से भी मरीजों का तांता लगा रहा। मेडिकल कॉलेज की उप प्राचार्य एवं मेडिसिन विभागाध्यक्ष प्रो। रिचा गिरि का कहना है कि मेडिसिन विभाग की ओपीडी में दोपहर तक मरीजों की लंबी लाइन लगी रही।

देर तक बैठ रहे कंसल्टेंट
कंसल्टेंट को देर तक बैठना पड़ा, क्योंकि दूर-दराज से आने वाले मरीजों को लौटाया नहीं जा सकता है। वहीं, लक्ष्मीपत ङ्क्षसहानिया हृदय रोग संस्थान के निदेशक प्रो। विनय कृष्णा का कहना है कि सर्दी में मरीजों का दबाव बढ़ गया है। इस समय गंभीर मरीज अधिक आ रहे हैं। वहीं हार्ट और ब्रेन स्ट्रोक के पीडि़त उर्सला अस्पताल की इमरजेंसी में भी इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। उन्हें हैलट और कॉर्डियोलॉजी रेफर किया जा रहा है।

Posted By: Inextlive