- एनसीआर के 450 से अधिक रेलवे कोचों में पीतल और नैनो कणा की कोटिंग की जा रही

-श्रमशक्ति और शताब्दी के कोचों को एक-एक कर झांसी स्थित रेल कोच फैक्ट्री भेजा जा रहा

KANPUR। कोरोना काल में रेल यात्रियों का सफर सुरक्षित हो इसे लेकर रेलवे प्रशासन लगातार बदलाव कर रहा है। जर्नी के दौरान रेल पैसेंजर्स कोविड-19 की चपेट में न आए इसके लिए अब पीतल और नैनो पार्टिकल्स की कोटिंग लएचबी कोचों में कराई जा रही है। शताब्दी और श्रमशक्ति एक्सप्रेस के कोचों को एक-एक कर के कोटिंग के लिए झांसी रेल कोच मेंटीनेंस वर्कशाप में भेजा जा रहा है।

जहां अधिक टच वहां होगी कोटिंग

एनसीआर रीजन के सीपीआरओ अजीत कुमार के मुताबिक जीएम राजीव चौधरी ने एलएचबी कोचों में उन स्थानों में पीतल व नैनो पार्टिकल्स की कोटिंग करने के आदेश दिए हैं। जिन भाग को पैसेंजर्स अधिक टच करते हैं। उन्होंने बताया कि कोटिंग से वायरस का प्रभाव बहुत कम हो जाता है। जिससे वायरस का संक्रमण एक दूसरे में फैलने की आशंका काफी कम हो जाती है।

कानपुर के 100 कोचों में काम शुरू

रेलवे आफिसर्स के मुताबिक, कानपुर में लगभग 100 एलएचबी कोच हैं। जिनमें कोटिंग करने के लिए उन्हें झांसी भेजा जा रहा है। लगभग आधा दर्जन एलएचबी कोचों को झांसी पीतल व नैनो कण की कोटिंग के लिए भेजा भी जा चुका है। जोकि दो से तीन दिनों में वापस कानपुर आ जाएंगे। जिसके बाद इन कोचों को श्रमशक्ति एक्सप्रेस में लगाकर दिल्ली भेजा जाएगा।

गोरखपुर व अजमेर नहीं भेजना पड़ता

एनसीआर पीआरओ अमित मालवीय ने बताया कि अभी तक एनसीआर रीजन में मौजूद एलएचबी कोचों को मेंटीनेंस के लिए गोरखपुर व अजमेर कारखाने में भेजा जाता था। झांसी में रेल कोच मेंटीनेंस कारखाना शुरू होने से अब एनसीआर के कोचों को झांसी स्थित कारखाने में मेंटीनेंस के लिए भेजा जाएगा। जिससे लगभग डेढ़ दिन का समय बचेगा। समय की बचत होने से झांसी स्थित रेल कोच कारखाने में अधिक कोचों का मेंटीनेंस किया जा सकेगा।

लाखों कानपुराइट्स को मिलेगी राहत

रेलवे आफिसर्स के मुताबिक, कोटिंग होने से लाखों कानपुराइट्स को काफी रिलीफ मिलेगी। कोविड 19 के दौर में अभी भी पैसेंजर्स ट्रेन में जर्नी करने से कट रहे हैं। इसलिए सुरक्षा और पुख्ता की जा रही है।

क्या होगा फायदा?

- एक पैसेंजर से दूसरे पैसेंजर में संक्रमण नहीं फैलेगा

- पीतल में वायरस का प्रभाव कम होता है

- ट्रेनों की संख्या विभिन्न रूटों में बढ़ाई जाएगी

- जर्नी के दौरान वायरस की चपेट में आने का खतरा नहीं होगा

रेल पैसेंजर्स की सुविधा के लिए एनसीआर रीजन के जीएम ने एलएचबी कोचों में पीतल व नैनो पार्टिकल्स की कोटिंग करने का आदेश दिया है। कोच के जिन भाग को पैसेंजर्स अधिक टच करते हैं। इससे कोविड वायरस का प्रभाव काफी कम हो जाएगा।

अजीत कुमार, सीपीआरओ, एनसीआर रीजन

Posted By: Inextlive