इस मौत का जिम्मेदार कौन....पुलिस, व्यापारी या व्यवस्था?
कानपुर (ब्यूरो) काकादेव के हितकारी नगर निवासी 53 साल के मनोज निगम की सीसामऊ बाजार में होजरी की पुश्तैनी दुकान थी। परिवार में पत्नी मीनू, इंटर में पढ़ाई कर रहा बेटा सत्यम और एक बेटी श्वेता है। बड़े भाई राजेंद्र कुमार निगम ने बताया कि वह और उनके भाई दुकान में होजरी का काम करते थे। बुधवार दोपहर बाद रोज की तरह दोनों भाई दुकान पर बैठे थे, इसी दौैरान राहुल ने अपना ठेला दुकान के सामने लगा दिया।
मना करने पर भड़क गया राहुल
राजेंद्र ने बताया कि उनके भाई ने दुकान के सामने ठेला लगाने पर ग्राहकों को आने में परेशानी बताते हुए ठेला हटाने को कहा। इस पर राहुल भड़क गया और गाली गलौज करने लगा। विरोध करने पर उसने लाठी से मनोज के सिर पर ताबड़तोड़ वार कर दिए, जिससे वे लहूलुहान होकर वहीं गिर गए और राहुल ठेला छोड़कर फरार हो गया। भाई को मरणासन्न पड़ा देख राजेंद्र के हाथ पांव फूल गए। आस पास के दुकानदारों की मदद से वह भाई को लेकर हैलट पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने हालत गंभीर बताकर निजी अस्पताल रेफर कर दिया, जहां इलाज के दौैरान गुरुवार को मनोज ने दम तोड़ दिया।
पैदल निकलना तक मुश्किल
सीसामऊ बाजार शहर की सबसे ज्यादा व्यस्ततम बाजारों में गिनी जाती है। यहां दुकान के बाहर आधी सड़क व्यापारी अतिक्रमण किए रहते हैं। इसके आगे ठेले वालों को या तो किराया लेकर खड़ा कराते हैैं या ठेले वाले दबंगई या पुलिस की शह से ठेला खड़ा करते हैैं। जिससे हालात ऐसे हो जाते हैं कि बाजार से पैदल निकलना तक मुश्किल हो जाता है। खरीदारी करने आने वालों को भी परेशानी होती है। वहीं दुकानदारों और ठेलेवालों के बीच आए दिन रास्ता बंद होने के चक्कर में विवाद होता है।
बुधवार को झगड़ा हुआ था, जिसके बाद गुुरुवार को इलाज के दौरान होजरी दुकानदार की मौत हो गई है। आरोपी राहुल को गिरफ्तार कर लिया गया है।
निशंक शर्मा, एसीपी सीसामऊ