पिछले नगर निगम इलेक्शन में जहां एक-एक वोट को लेकर जबरदस्त घमासान हुआ था. विनर्स और रनर्स के बीच जीत का अंतर 3-3 वोटों तक का रहा था. वहीं पिछला नगर निगम इलेक्शन एक और मायने में दिलचस्प था. कई पार्षद कैंडीडेट के लाख जतन करने के बावजूद उनके वोट्स की संख्या दहाई के अंक को भी पार नहीं कर सकी थी. यही नहीं कई पार्षद कैंडीडेट ने जमकर मेहनत की कैम्पेन में खूब प्रचार-प्रसार किया. बावजूद उन्हें अपने परिवार तो दूर शायद घरवालों के तक के वोट नहीं मिले थे. सिर्फ 3-3 वोट पाकर संतोष करना पड़ा था.

कानपुर (ब्यूरो) सिटी में 110 वार्ड है। वर्ष 2017 में हुए नगर निगम इलेक्शन में लगभग एक हजार कैंडीडेट चुनाव मैदान में थे। उन्होंने वार्ड जीतने के लिए दिन-रात एक कर दी। जनसंपर्क में खूब पसीना बहाया। होर्डिंग-बैनर लगवाईं। चुनाव कार्यालय खोले। बावजूद इसके शायद उन्हें घर की गली में रहने वालों ने भी वोट नहीं दिया। वह वोट्स की सेंचुरी तक नहीं मार सके। इनमें कुछ तो केवल सिंगल डिजिट (10 वोट से कम) में ही वोट पाकर सिमट गए और 255 में से अन्य कैंडीडेट्स की वोट की संख्या डबल डिजिट (100 वोट से कम) के आगे नहीं बढ़ सकी। इनमें किसी को 3 वोट मिले तो किसी 4 और किसी को 11 व 12 वोट मिले।

घरवालों ने भी नहीं दिया
कुछ पार्षद कैंडीडेट ऐसे भी थे, जिन्हें घर के चार सदस्यों के भी वोट नहीं मिले थे। इस लिस्ट में एक नाम वार्ड 45 विश्वबैंक बर्रा की निर्दलीय प्रत्याशी श्यामा सैनी का है। इस वार्ड में 14 हजार से अधिक वोटर्स थे। चुनाव मैदान में 10 कैंडीडेट थे। 8 हजार अधिक वोटर ने मतदान किया था, लेकिन श्यामा को सिर्फ 3 वोट मिले थे। इसी तरह वार्ड 48 गोविन्द नगर दक्षिणी में निर्दलीय प्रत्याशी सरोज को भी चार वोट भी नहीं मिले। इस वार्ड में 15 हजार से अधिक वोटर थे और चार उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। 8 हजार से अधिक वोटर्स ने वोट डाले थे। बावजूद इसके सरोज को मिले केवल 3 वोट मिले थे।

सिर्फ घरवालों के ही वोट मिले
पिछले इलेक्शन में वार्ड 94 पटकापुर से निर्दलीय प्रत्याशी आनन्द शुक्ला को केवल चार वोट मिले थे। शायद घरवालों के अलावा अन्य किसी ने वोट नहीं दिया। जबकि इस वार्ड में वोटर्स की संख्या 14 हजार से अधिक थी और इनमें करीब 7 हजार लोगों ने वोटिंग भी की थी। इसी तरह वार्ड 90 दानाखोरी से प्रत्याशी संदीप तिवारी को केवल 5 वोट मिले थे, जबकि इस वार्ड में वोटर्स की संख्या 12 हजार से अधिक थी। इसमें 6500 से अधिक वोटर्स ने मतदान भी किया था। बावजूद इसके संदीप को 15 कैंडीडेट्स में सबसे कम 5 वोट ही मिले थे।


कई कैंडिडेट का यही हाल
वर्ष 2017 के नगर निगम इलेक्शन में कई ऐसे पार्षद प्रत्याशी भी थे। जिन्होंने पूरा दम लगा दिया, लेकिन वोट्स की संख्या दहाई अंक भी नहीं पहुंच सकी। वार्ड 19 कल्याणपुर दक्षिणी में ऐसे ही एक कैंडीडेट थे सम्मी पाल, जिन्हें केवल 6 वोट मिले थे, जबकि इस वार्ड में वोटर्स की संख्या 13 हजार से अधिक थी। इसी तरह वार्ड 76 हरवंशमोहाल से निर्दलीय प्रत्याशी नन्देश्वर शर्मा को सिर्फ 6 वोट मिले थे, जबकि इस वार्ड में वोटर्स की संख्या करीब 14 हजार थी। यही नहीं 7 हजार से अधिक वोटर्स ने वोटिंग की थी। बावजूद इसके उन्हें सिर्फ 6 वोट से संतोष करना पड़ा था। वहीं वार्ड 54 विनायकपुर के निर्दलीय पार्षद प्रत्याशी सनम पटेल भी घर-परिवार के वोट हासिल नहीं कर सके थे। उन्हें सिर्फ 9 वोट मिले थे, जबकि इस वार्ड में वोटर्स की संख्या 23 हजार से अधिक थी, इनमें से 9400 से अधिक वोटर्स ने वोट भी डाले थे।


वार्ड नम्बर-- 45
वार्ड का नाम-विश्वबैंक बर्रा
टोटल वोटर-- 14734
टोटल कैंडीडेट--10
वोट पड़े-- 8068
सबसे कम वोट मिले-श्यामा सैनी
श्यामा को वोट मिले-- 03

वार्ड नम्बर- 48
वार्ड का नाम-- गोविन्द नगर दक्षिणी
टोटल वोटर-- 15040
टोटल कैंडीडेट-- 4
वोट पड़े--8183
सबसे कम वोट मिले--सरोज
सरोज को मिले वोट-- 03

वार्ड नम्बर--94
वार्ड का नाम-- पटकापुर
टोटल वोटर-- 14160
टोटल कैंडीडेट-- 9
वोट पड़े--6908
सबसे कम वोट मिले--आनन्द शुक्ला
आनन्द को वोट मिले-- 04

वार्ड-90
वार्ड का नाम-- दानाखोरी
टोटल वोटर-- 12235
टोटल कैंडीडेट-- 15
वोट पड़े-- 6532
सबसे कम वोट मिले--संदीप तिवारी
संदीप को मिले वोट -- 05

वार्ड नम्बर- 19
वार्ड का नाम--कल्याणपुर दक्षिणी
टोटल वोटर-- 13358
टोटल कैंडीडेंट--25
टोटल वोट पड़े-- 6416
सबसे कम वोट मिले--सम्मी पाल
सम्मी को मिले वोट-- 6

वार्ड नम्बर-76
वार्ड का नाम- हरवंश मोहाल
टोटल वोटर-- 13979
टोटल कैंडीडेट-- 13
वोट पड़े- 7015
सबसे कम वोट मिले--नन्देश्वर शर्मा
नन्देश्वर को वोट मिले-- 06

वार्ड नम्बर-54
वार्ड का नाम- विनायकपुर
वोटर्स की संख्या-23691
कैंडीडेट्स की संख्या--18
वोट पड़े-- 9416
सबसे कम वोट मिले- सनम पटेल
सनम को वोट मिले- 09

Posted By: Inextlive