kanpur@inext.co.in kanpur : बिकरू कांड के मास्टरमाइंड एनकाउंटर में ढेर किए गए कुख्यात दुर्दात दुबे और उसके गुगरें की मदद करने वाले सात आरोपियों को एसटीएफ ने अरेस्ट किया है. उनके पास से एक सेमीऑटोमेटिक गन .30 स्प्

- सात शरणदाताओं को पुलिस ने किया अरेस्ट

- एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश ने किया खुलासा

>kanpur@inext.co.in

KANPUR : बिकरू कांड के मास्टरमाइंड एनकाउंटर में ढेर किए गए कुख्यात दुर्दात दुबे और उसके गुगरें की मदद करने वाले सात आरोपियों को एसटीएफ ने अरेस्ट किया है। उनके पास से एक सेमीऑटोमेटिक गन (.30 स्प्रिंग फील्ड राइफल) के अलावा कई और असलहा और सैकड़ों की तादाद में कारतूस बरामद किए गए हैं। आरोपियों ने इनट्रोगेशन में विकास दुबे, अमर दुबे और प्रभात मिश्रा के घटना के बाद औरैया तक भागने के प्लान के बारे में पूरी जानकारी दी है।

भिंड का है असलहा कनेक्शन

बिकरू कांड के बाद से सेमी ऑटोमेटिक राइफल की तलाश एसटीएफ को काफी समय से थी। जिस पर निरंतर एजेंसी काम कर रही थी। इसी दौरान एसटीएफ को जानकारी मिली कि घटना में प्रयोग की गई एक स्प्रिंग फील्ड राइफल समेत कुछ और असलहों को भिंड में बेचा गया है। एसटीएफ ने इस सूचना पर काम करना शुरू किया। एजेंसी को जानकारी मिली कि कुछ और असलहों का सौदा पनकी में होने वाला है। एक-एक कर सात आरोपियों को अरेस्ट किया गया। इनसे पूछताछ में पता चला कि कैसे घटना के बाद इन लोगों ने विकास और उसके गुगरें की मदद की थी।

ये शातिर हुए हैं अरेस्ट

ग्राम शिवली निवासी विष्णु कश्यप, ग्राम धनीरामपुर रूरा निवासी अमन शुक्ला, तुलसी नगर रसूलाबाद निवासी रामजी उर्फ राधे, अभिनव तिवारी उर्फ चिंकू, ग्राम डिडीकला भिंड निवासी मनीष यादव उर्फ शेरू, करियाझाला झींझक निवासी संजय परिहार और मंगलपुर कानपुर देहात निवासी शुभम पाल को गिरफ्तार किया गया है।

ये आ‌र्म्स और इम्युनेशन हुआ रिकवर

- एक सेमी ऑटोमेटिक राइफल मेड इन अमेरिका, एक 9 एमएम अवैध कारबाइन, एक अवैध रिवाल्वर, एक अवैध एसबीबीएल 12 बोर बंदूक, दो 315 बोर के अवैध तमंचे

- सेमी ऑटोमेटिक राइफल के 42 जिंदा कारतूस, रिवाल्वर के 40 जिंदा कारतूस, 2 ऐके 47 के जिंदा कारतूस, 4 पिस्टल .32 बोर के जिंदा कारतूस,7.62 एमएम पिस्टल के 20 जिंदा कारतूस व दो खोखा कारतूस,12 बोर के 25 जिंदा कारतूस, .38 बोर के एक जिंदा कारतूस,

- सेमी ऑटोमेटिक राइफल के 7 जर्जर क्लिप। इसके अलावा एसटीएफ ने विकास दुबे का आईफोन, अमर दुबे और प्रभात मिश्रा के मोबाइल फोन बरामद किए हैं। इसके अलावा ओमिनी कार जिससे विकास दुबे और उसके गुर्गे फरार हुए थे। संजय परिहार की बैगन आर कार, गिरफ्तार अभियुक्तों के 5 मोबाइल फोन, दो आधार कार्ड, एक पैन कार्ड और 2.05 लाख रुपए बरामद

'' जिन लोगों ने बिकरू कांड के आरोपियों की मदद की थी। उन्हें अरेस्ट किया गया है। एक सेमीऑटोमेटिक राइफल समेत कुछ और असलहों की तलाश की जा रही है। उनके बारे में सूचना है कि वह भी बेचे गए हैं। एसटीएफ जल्द ही बाकी आरोपियों और असलहों को बरामद कर लेगी''

अमिताभ यश, एडीजी एसटीएफ

Posted By: Inextlive