इटली के एक शीर्ष हेरिटेज ग्रुप ने संयुक्त राष्ट्र से अपील की है कि वह वेनिस शहर को ऐसे शहरों की सूची में डाल दे जिन पर ख़त्म होने का ख़तरा मँडरा रहा है.


इटालिया नोस्त्रा यानी हमारी इटली नाम के इस ग्रुप ने वेनिस के भविष्य को लेकर चिंता जताई है। ग्रुप ने शहर पर मँडराते संकट के लिए ज़्यादा पर्यटन, बड़े-बड़े जहाज़ों और अपर्याप्त समुद्र सुरक्षा निवेश को ज़िम्मेदार बताया है.

वेनिस से बीबीसी संवाददाता डंकन केनेडी का कहना है कि इटली का सांस्कृतिक गहना माना जाने वाला वेनिस अपनी सफलता और अपनी स्थिति का ख़ामियाज़ा भुगत रहा है.

इटालिया नोस्त्रा का कहना है कि वेनिस में आने वाले पर्यटकों की संख्या दिनों-दिन बढ़ी है। ज़मीन और समुद्री मार्ग से आ रहे भारी संख्या में पर्यटक शहर को डूबाने में मदद कर रहे हैं.

ज़िम्मेदारी

ग्रुप का कहना है कि इस चर्चित लगून को पानी से दूर रखने के लिए जो बैरियर डिज़ाइन किया गया था, वो समुद्र के जलस्तर में संभावित बढ़ोत्तरी से निपटने में सक्षम नहीं है.

रिपोर्ट में बड़े-बडे जहाज़ों को भी इस संकट के लिए ज़िम्मेदार ठहराया गया है। ग्रुप का कहना है कि बड़े-बड़े जहाज़ चलते समय इस शहर की इमारतों की बुनियाद को नुक़सान पहुँचाते हैं.

इटालिया नोस्त्रा ने संयुक्त राष्ट्र से वेनिस को संकटग्रस्त शहरों की सूची में डालने की अपील करते हुए कहा है कि इटली की सरकार ने इस शहर को बचाने के लिए पर्याप्त कोशिशें नहीं की है.

ग्रुप ने कहा है कि शहर पर दबाव को कम करने का एक रास्ता ये भी है कि पर्यटकों की संख्या सीमित की जाए। इटालिया नोस्त्रा का ये भी कहना है कि निर्माण कार्य के साथ-साथ मिट्टी और कींचड़ निकालने पर कड़े नियंत्रण होने चाहिए.

बीबीसी संवाददाता का कहना है कि लोगों और प्रकृति से वेनिस को बचाने के ये पहली अपील नहीं है, लेकिन रिपोर्ट में जिस तरह जल्दी से क़दम उठाने की बात कही गई है, उससे इस सांस्कृतिक विरासत को बचाने के लिए ज़िम्मेदार लोगों पर और दबाव बढ़ेगा.

Posted By: Inextlive