नेपाल में बेचते थे चोरी की गाडिय़ां
नेपाल में बेचा जाता हैशहर से लग्जरी गाडिय़ां को चुराकर उन्हें नेपाल में बेचा जाता है। उन्हें नेपाल तक पहुंचाने के लिए पुलिस के लोगो यानि निशान का इस्तेमाल किया जाता था, ताकि रास्ते में किसी भी पुलिस चेक पोस्ट में उन्हें रोका न जाए। इस बात का खुलासा गुरुवार को एसपी राहुल चौधरी ने एक वाहन चोर गैैंग के मेंबर्स को रंगेहाथ गिरफ्तार करने के बाद किया। आरोपी लुटेरों के कब्जे से तीन बोलेरो और दो बाइक बरामद हुई हैं। लग्जरी कार पहली पसंद
एसपी राहुल के मुताबिक हरबंश मोहाल एसओ श्रवण कुमार की अगुवाई में पुलिस टीम ने उन्नाव के अचलगंज में रहने वाले दीपक कुमार शुक्ला, उसके भाई विष्णु, राम मोहन मिश्रा और मन्नू यादव को चोरी की गाडिय़ों के साथ गिरफ्तार किया है। वे मॉल या मार्केट से लग्जरी कार या बाइक्स को टारगेट करते थे, और फिर मौका देखते ही हाथ साफ कर देते थे। लॉक खोलने के लिए वो मास्टर-की का उपयोग करते थे। वे खुद ही नेपाल में कार को बेचने जाते थे। रास्ते में अगर किसी पुलिस चेक पोस्ट में वो रोके भी जाते थे तो खुद को किसी पुलिस ऑफिसर का बेटा बताकर बच निकलते थे। गाड़ी पर पुलिस का मोनोग्राम बना होने की वजह से चेकिंग वाले भी गच्चा खा जाते थे। हालांकि पुलिस गैैंग के सरगना बाबूपुरवा निवासी आफताब उर्फ यूनुस को पकड़ नहीं पाई है। उसकी तलाश में दबिश दी जा रही है।