यूपीपीसीएल सबसे महंगी बिजली केस्को को बुक कर रहा
कानपुर (ब्यूरो) दरअसल पॉवर टैरिफ में इजाफे के लिए केस्को के अलावा प्रदेश की अन्य पॉवर सप्लाई कम्पनी दक्षिणांचल, मध्यांचल आदि को एनुअल रेवेंयू रिक्वॉयरमेंट (एआरआर)फाइल करना पड़ता है। इस बार भी केस्को सहित पॉवर सप्लाई कम्पनीज ने यूपीपीसीएल के जरिए यूपी इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन (यूपीईआरसी) में एआरआर फाइल किया है। एआरआर में कम्पनीज को पॉवर पर्चेस रेट, अन्य खर्च, टैक्स, बिलिंग रेट, नफा-नुकसान आदि की जानकारी देनी होती है। हर वर्ष की तरह इस बार भी सभी पॉवर सप्लाई कम्पनीज ने अपने को घाटे में दिखाया है। घाटे की भरपाई के लिए पॉवर टैरिफ में इजाफा करने का प्रपोजल भी फाइल किया है।
अभी डिसीजन नहीं
यूपीईआरसी ने यूपी पॉवर सप्लाई कार्पोरेशन(यूपीपीसीएल) के एनुअल रेवेंयू रिक्वॉयरमेंट के प्रपोजल को स्वीकार कर लिया है। हालांकि पॉवर टैरिफ को लेकर अभी कोई डिसीजन नहीं किया है। डिसीजन से पहले यूपीईआरसी पब्लिक हियरिंग करेगा। कोरोना की वजह से पिछले वर्षो में यूपीईआरसी ने केस्को सहित अन्य डिस्कॉम एरिया में ऑनलाइन पब्लिक हियरिंग की थी।
डीबीएसटी को बनाया हथियार
केस्को ऑफिसर्स के मुताबिक, अरबन एरिया होने और 24 घंटे पॉवर सप्लाई की वजह से केस्को को महंगे दामों में यूपीपीसीएल से बिजली मिलती है। जबकि पश्चिमांचल, मध्यांचल, दक्षिणांचल, पूर्वांचल आदि पॉवर सप्लाई कम्पनीज में रूरल एरिया अधिक हैं। यहां बिजली चोरी और लाइनलॉस भी केस्को एरिया के मुकाबले काफी अधिक है। इन्हीं वजहों से केस्को को यूपीपीसीएल महंगे दामों पर बिजली देता है। इसके लिए डिफरेंशियल बल्क सप्लाई टैरिफ (डीबीएसटी)रेट अप्लाई करता है। डीबीएसटी रेट अप्लाई का प्रपोजल यूपीपीसीएल बहुत समय पहले ही यूपीईआरसी से पास करा चुका है। डीबीएसटी को दूसरे शब्दों में यूपीपीसीएल का पॉवर सेल रेट भी कह सकते हैं, जो केस्को सहित अन्य पॉवर सप्लाई कम्पनीज को चुकाना होता है।
एवरेज बिलिंग रेट से अधिक
फाइल किए गए एआरआर के मुताबिक यूपीपीसीएल ने मौजूदा फाइनेंशियल ईयर (2022-23) में केस्को के लिए डीबीएसटी रेट 8.17 रुपए प्रति यूनिट रखा था। जबकि पश्चिमांचल को छोडक़र अन्य पॉवर सप्लाई कम्पनीज के लिए डीबीएसटी रेट केस्को के मुकाबले आधा है। यूपीपीसीएल से डीबीएसटी रेट पर बिजली मिलने के बाद इम्प्लाइज की सैलरी आदि, पॉवर सप्लाई सिस्टम के मेंटीनेंस आदि खर्च मिलाकर केस्को को बिजली की लागत 8.17 से बढक़र 10.56 रुपए प्रति यूनिट हो गई है। जबकि करंट फाइनेंशियल ईयर में एवरेज बिलिंग रेट 7.95 रुपए यूनिट है। वहीं नेक्स्ट फाइनेंशियल ईयर के लिए फाइल किए गए एआआर में डीबीएसटी रेट 8.63 रुपए प्रति यूनिट, सप्लाई कास्ट 10.93 रुपए और एवरेज बिलिंग कास्ट 7.81 रुपए प्रति यूनिट प्रस्तावित की गई है। जबकि अन्य पॉवर सप्लाई कम्पनीज यह डीबीएसटी रेट 4.57 से 6.23 रुपए प्रति यूनिट प्रस्तावित है।
- केस्को की पॉवर सप्लाई अरबन एरिया में ही है, जबकि अन्य पॉवर सप्लाई कम्पनीज में रूरल एरिया काफी है। रूरल एरिया का पॉवर टैरिफ टैरिफ कम है। इसी वजह से केस्को को अन्य सभी डिस्कॉम के मुकाबले महंगी बिजली मिलती है।
- संजय श्रीवास्तव, डायरेक्टर केस्को डिफरेंशियल बल्क सप्लाई टैरिफ रेट
फा.ई.- केस्को-दक्षिणांचल-मध्यांचल-पूर्वांचल-पश्चिमांचल
2023-24- 8.63 रु.- 4.57 रु.- 5.04 रु.- 4.95 रु.- 6.23 रु।
2022-23- 8.17 रु.- 4.04 रु.- 4.70 रु.- 4.62 रु.- 5.78 रु।
2021-22- 6.49 रु.-3.97 रु.- 5.39 रु.- 3.94 रु.- 5.57 रु।
(डिफरेंशियल बल्क सप्लाई टैरिफ रेट रूपए प्रति यूनिट में है, इसी रेट पर यूपीपीसीएल, पॉवर सप्लाई कंपनीज को बिजली देता है) एवरेज बिलिंग रेट
फा.ई.- केस्को-दक्षिणांचल- पूर्वांचल-मध्यांचल- पश्चिमांचल
2023-24- 7.81 रु.-5.68 रु.- 5.82 रु.- 5.99 रु.- 6.41 रु।
2022-23- 7.95 रु.- 5.65 रु.-5.94 रु.- 6.07 रु.- 6.47 रु।
2021-22--8.08 रु.- 5.45 रु.- 5.44 रु.-6.48 रु.- 6.46 रु।
(बिलिंग रेट रुपए प्रति यूनिट है)
एवरेज सप्लाई कास्ट
फा.ई.- केस्को -दक्षिणांचल-मध्यांचल- पूर्वांचल-पश्चिमांचल
2023-24-10.93 रु.-7.43 रु.-7.88 रु.- 7.71 रु.- 8.55 रु।
2022-23-10.56 रु.-7.08 रु.--7.66 रु.-7.53 रु.- 8.25 रु।
2021-22-8.90 रु। -7.38-रु.-8.48 रु.--6.80 रु.- 8.35 रु।
(डिटेल यूपी इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन को फाइल किए गए एनुअल रेवेंयू रिक्वॉयरमेंट के मुताबिक है)