कॉन्वोकेशन के दौरान अपने संबोधन में गवर्नर आनंदीबेन ने कहा कि अब यूनिवर्सिटीज को भी आगामी 10 साल का प्लान देना होगा. बताना होगा कि वह कितने स्कूल डिपार्टमेंट कोर्स और रिसर्च आदि करेंगे. एक वीसी तीन साल के लिए आता है चला जाता है. दो चार बिल्डिंग बनावा दी तख्तियों में नाम लिख दिया काम खत्म. लेकिन अब जो प्लान बनेगा हर वीसी को उसी पर काम करना होगा. कहा कि मेरा मानना है कि नैक की ग्रेडिंग में भी सीएसजेएम यूनिवर्सिटी को पिछडऩा नहीं है. ए प्लस प्लस ग्रेड लाना है.


गवर्नर ने कहा कि जिन स्टूडेंट्स को मेडल मिला उनको बधाई। जिनको नहीं मिला उनको भी बधाई। मेडल न मिलने पर अपने को कमतर न आंकें। हो सकता है कि मेरी तरह किसी सख्त एग्जामनर ने आपकी आंसरशीट चेक की हो। डिग्री और मेडल का उद्देश्य तब प्रूफ होगा जब राष्ट्र निर्माण में सहयोग करेंगे।संकल्प लें, दहेज नहीं लेंगेगवर्नर ने बेटियों को सशक्त बनने के लिए प्रेरित किया। कहा कि एक बेटी का बाप दहेज में पैसा देकर लडक़े को खरीदता है। बोलो अच्छा लगता है क्या? आज यहां से डिग्री पाने वाला हर लडक़ा संकल्प ले कि वह शादी में दहेज की मांग नहीं करेगा। तभी यह डिग्री सार्थक सिद्ध होगी वरना यह सिर्फ नौकरी दिलाने वाला एक कागज है।

Posted By: Inextlive