कॉरिडोर-1 के तहत आईआईटी से नौबस्ता के बीच मेट्रो रूट निर्माण का काम तेजी से चल रहा है. सैटरडे को कानपुर सेंट्रल-ट्रांसपोर्ट नगर अंडरग्राउंड सेक्शन के सेंट्रल मेट्रो स्टेशन की छत की ढलाई का काम शुरू किया गया है. कानपुर सेंट्रल मेट्रो स्टेशन पर रूफ स्लैब कास्टिंग का इनॉग्रेशन हुआ. यह मेट्रो स्टेशन जमीन से 3.50 मीटर नीचे बनाया जा रहा है. बता दें कि 9 जून 2022 को इस रूट के अंडरग्राउंड सेक्शन का काम शुरू किया गया था. यूपीएमआरसी के एमडी सुशील कुमार ने कहा कि लक्ष्य है कि आईआईटी से नौबस्ता तक लगभग 23 किमी. लंबे पूरे कॉरिडोर को भी समय से पूरा कर लिया जाए.


कानपुर (ब्यूरो) इस सेक्शन के मेट्रो रूट पर लगभग तीन किलोमीटर लंबे तीन अंडरग्राउंड स्टेशन बनाए जा रहे हैैं। जिसमें कानपुर सेंट्रल, झकरकटी और ट्रांसपोर्ट नगर शामिल है। जिसमें कानपुर सेंट्रल 225.00 मीटर ङ्ग 24.00 मीटर झकरकटी 158.00 मीटर ङ्ग 23.00 मीटर और ट्रांसपोर्ट नगर 215.00 मीटर ङ्ग 21.50 मीटर शामिल है। एमडी ने कहा कि आईआईटी से मोतीझील के बीच 9 किमी। लंबे पहले सेक्शन का निर्माण कार्य निर्धारित समय-सीमा से पहले कर दिया गया है। कानपुर सेंट्रल-ट्रांसपोर्ट नगर सेक्शन के अंतर्गत झकरकटी मेट्रो स्टेशन के बाद अब कानपुर सेंट्रल मेट्रो स्टेशन पर भी रूफ स्लैब की कास्टिंग शुरू हो गई है। जल्द ही इस सेक्शन में भी टनलिंग के कार्यों का इनॉग्रेशन किया जाएगा। टॉप-डाउन से तैयार होंगे स्टेशन
मेट्रो के अंडर ग्राउंड मेट्रो स्टेशन टॉप-डाउन प्रणाली से तैयार किए जाएंगे। निर्माण कार्य ऊपर से नीचे की ओर होंगे। रूफ स्लैब तैयार होने के बाद, कॉनकोर्स लेवल और फिर प्लेटफॉर्म लेवल का निर्माण होगा। निर्माणाधीन स्टेशन पर चल रहे काम से ट्रैफिक कम से कम प्रभावित हो, इसलिए यह प्रणाली अपनाई जा रही है क्योंकि रोड लेवल से शुरू करते हुए फस्र्ट फ्लोर का निर्माण होने के बाद रोड पर लगी बैरिकेडिंग को कम कर दिया जाएगा और रोड के नीचे स्टेशन का निर्माण कार्य चलता रहेगा, ताकि ट्रैफिक प्रभावित न हो।

Posted By: Inextlive