फ़िलीपीन्स में तूफ़ान, कामकाज ठप
राजधानी मनीला के मुख्य अस्पताल में मरीज़ों को बाहर निकालना पड़ा है क्योंकि वहां पानी भरता जा रहा है। मौसम विभाग ने कहा है कि नेसात साढ़े छह सौ किलोमीटर की दायरे में फैला हुआ है और इस ज़द में फ़िलीपीन्स द्वीप के लगभग सारे हिस्से आ गए हैं।
अब तक इस तूफ़ान के कारण दो लोगों की मौत हो गई है और कम से कम चार लोग ग़ायब हैं। ये तूफ़ान मंगलवार सुबह फ़िलीपीन्स के प्रशांत पट पर स्थित इसाबेला और आउरोरा प्रांतों में आया था।क़रीब 170 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ़्तार वाला ये तूफ़ान अब लुज़ोन द्वीप पर क़हर ढा रहा है। इस द्वीप पर देश की आधी से अधिक आबादी रहती है।सड़कों पर पानी भरा, उड़ानें रद्दकई सड़कों पर पानी भर गया है देश में कई उड़ाने रद्द करनी पड़ीं हैं। स्थानीय मीडिया लोगों को सिर्फ़ बेहद ज़रुरी हालात में ही बाहर निकलने का गुज़ारिश कर रहा है।
अधिकारियों ने कहा है कि राजधानी मनीला की निचले इलाक़ों में बाढ़ आने और भूस्खंलन होने की आशंका है। अब तक चार मछुआरों समेत 50 लोगों को बचाया जा चुका है। फ़िलहाल दो ही लोगों की मरने की ख़बर है लेकिन ये संख्या बढ़ भी सकती है।मौसम विज्ञानियों ने कहा है कि 12 फ़ुट ऊंची लहरें तट से टकरा सकती हैं। फ़िलीपीन्स नेशनल रेड क्रॉस के प्रमुख रिचर्ड गॉर्डन ने बीबीसी को बताया है कि तूफ़ान की वजह से भारी नुकसान हो सकता है।
रिचर्ड गॉर्डन ने कहा, " इस वक़्त भी बिजली की आपूर्ति प्रभावित है। खेती को भी इससे नुकसान होगा। इसके अलावा कुछ पुलों को भी नुकसान हुआ है। "इससे पहले अल्बे प्रांत के कई शहरों में रहने वाले क़रीब एक लाख दस हज़ार लोगों को अपने घरबार छोड़ कर सुरक्षित स्थान की ओर जाने के आदेश दिए गए थे।